शाह और राज ठाकरे के बीच सकारात्मक रही बातचीत, जल्द तस्वीर साफ होगी : फडणवीस 

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Published By Vishal Singh
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मुंबई। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने बुधवार को कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे के बीच बातचीत सकारात्मक रही और अगले कुछ दिनों में तस्वीर साफ हो जाएगी। राज ठाकरे ने मंगलवार को दिल्ली में शाह से मुलाकात की थी, दोनों नेताओं के बीच हुई यह मुलाकात इस बात का संकेत है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) राज्य में अपने गठबंधन को मजबूत करने के मद्देनजर आगामी लोकसभा चुनाव में मनसे के साथ गठबंधन करने पर विचार कर रही है।

फडणवीस ने शाह और राज ठाकरे के बीच हुई इस मुलाकात को लेकर पूछे गए सवालों के जवाब में कहा, ‘‘राज ठाकरे ने दिल्ली में अमित शाह से मुलाकात की। इस पर तुरंत कोई टिप्पणी करना जल्दबाजी होगी। अगले कुछ दिनों में तस्वीर साफ हो जाएगी और हम आपको विस्तार से जानकारी देंगे।’’

इस बीच, महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के नेता बाला नंदगांवकर ने कहा कि पार्टी राज ठाकरे के निर्देश पर लोकसभा चुनाव लड़ेगी। राज ठाकरे ने वर्ष 2006 में अविभाजित शिवसेना से अलग होकर महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना नामक पार्टी की स्थापना की थी। यदि, भाजपा और मनसे के बीच गठबंधन पर मुहर लग जाती है, तो मनसे को मुंबई से चुनाव लड़ने के लिए एक सीट दिए जाने की संभावना है।

बारामती (पुणे जिला) और माधा (सोलापुर जिला) जैसी प्रमुख लोकसभा सीट के लिए सत्तारूढ़ महायुति के सीट-बंटवारे के फॉर्मूले पर फडणवीस ने कहा, ‘‘बारामती हो या माधा, सबका लक्ष्य सीट जीतना और नरेन्द्र मोदी को फिरी से प्रधानमंत्री बनाना है।’’

राज्य के उपमुख्यमंत्री अजित पवार की पत्नी सुनेत्रा पवार का नाम राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) से संबंधित सुप्रिया सुले के खिलाफ तय होने की उम्मीद है। हालांकि, भाजपा के सहयोगी दलों के कुछ स्थानीय नेताओं ने सुनेत्रा पवार की उम्मीदवारी पर अपना विरोध व्यक्त किया है।

पुणे जिले के इंदापुर तहसील से पूर्व मंत्री और भाजपा नेता हर्षवर्धन पाटिल ने भी स्पष्ट किया कि सत्तारूढ़ सहयोगी दलों के नेताओं को कोई व्यक्तिगत टिप्पणी नहीं करनी चाहिए। उन्होंने बुधवार को मुंबई में फडणवीस और भाजपा के अन्य नेताओं से भी मुलाकात की।

हर्षवर्धन पाटिल ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैंने भाजपा नेताओं से मुलाकात की और अपने समर्थकों के विचार साझा किये। हमने विस्तृत चर्चा की। हम अपनी प्रतिक्रिया पर पार्टी के रुख का इंतजार करेंगे।’’ गौरतलब है कि दशकों से इंदापुर के पाटिल परिवार और बारामती के पवार परिवार के बीच राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता रही है।

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