पीलीभीत: बाघ दिखाने में इतना रम गए टाइगर रिजर्व के जिप्सी चालक, कायदे कानून भूलकर कर रहे घेराबंदी...अफसर गंभीर
पीलीभीत, अमृत विचार। पीलीभीत टाइगर रिजर्व में पर्यटकों को नजदीक से बाघ दिखाने में कुछ जिप्सी चालक और गाइड इतना रम गए कि उन्होंने कायदे कानून को भी ताक पर रख दिया। मामला डिप्टी डायरेक्टर के संज्ञान में आया तो उन्होंने सभी जिप्सी चालकों और गाइडों की बैठक कर उन्हें हिदायत देने के साथ वन्यजीव संरक्षण के नियमों की भी जानकारी दी।
पर्यटन की दृष्टि से पीलीभीत टाइगर रिजर्व एवं इसके अन्य पर्यटन स्थल देश ही बल्कि विश्व पटल पर भी अपना पहचान बना रहे हैं। हरी भरी वादियों के बीच बाघ समेत अन्य वन्यजीवों का स्वछंद विचरण पर्यटकों को खासा अपनी ओर आर्कषित कर रहा है। विदेशी पर्यटक भी टाइगर रिजर्व में पहुंच रहे हैं।
पर्यटकों को जंगल की सैर कराने के साथ वन्यजीवों के दीदार के लिए जंगल सफारी की व्यवस्था की गई है। टाइगर रिजर्व में पहुंचने वाले पर्यटकों की तमन्ना रहती है कि वे जंगल में घूम रहे बाघ को देखें। इसमें चालक और गाइड उनकी मदद करते हैं।
मगर, पिछले कुछ दिनों से कुछ जिप्सी चालक और गाइड पर्यटकों को नजदीक से बाघ दिखाने के चक्कर में नियम कानून ही भूल गए। बताते हैं कि कुछ जिप्सी चालक बाघों को देखते ही उनकी घेराबंदी कर रहे हैं। ताकि पर्यटकों को देर तक बाघों का दीदार करवाया जा सके। इतना ही नहीं पर्यटकों से भरी जिप्सी बाघ के नजदीक ले जाने के भी प्रयास किए जा रहे हैं। मामला पीटीआर के डिप्टी डायरेक्टर मनीष सिंह के संज्ञान में आया।
इस पर उन्होंने मुस्तफाबाद गेस्ट हाउस पर चालकों और गाइडों की बैठक की और उन्हें पर्यटकों को नियमानुसार जंगल सफारी कराने की हिदायत देने के साथ वन्यजीव संरक्षण अधिनियम का भी पाठ पढ़ाया। इस दौरान उन्होंने लापरवाही बरतने पर सख्त कार्रवाई करने की भी चेतावनी दी। इस दौरान महोफ रेंज के वन क्षेत्राधिकारी सहेंद्र यादव भी मौजूद रहे।
तीन माह पहले भी वायरल हुआ था वीडियो
पर्यटकों को बाघ दिखाने के लिए जिप्सी चालकों की ओर से की गई ऐसी हरकत नई नहीं है। तीन माह पूर्व भी सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हुआ था। जिसमें आबादी के नजदीक बाघ की दस्तक का पता चलते ही जंगल के बजाय एक जिप्सी चालक आबादी की तरफ पर्यटकों को लेकर पहुंच गया था। हालांकि उस वक्त मौजूदा अधिकारियों ने मामले को उतनी गंभीरता से नहीं लिया था।
कुछ जिप्सी चालकों द्वारा बाघ से बहुत अधिक निकटता व जिप्सी समूह द्वारा बाघ को घेरने की लगातार शिकायतें मिल रही थीं। इसको लेकर सभी चालकों व गाइडों के साथ बैठक कर उन्हें वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के प्रावधानों के बारे में जानकारी दी गई है। - मनीष सिंह, डिप्टी डायरेक्टर, पीलीभीत टाइगर रिजर्व
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