लखनऊ पुलिस पर महिला का आरोप, मारपीट की धारा में दर्ज की दुष्कर्म की रिपोर्ट

दुष्कर्म की धारा को दरकिनार कर महिला को मिडिएशन में भेजा

लखनऊ पुलिस पर महिला का आरोप, मारपीट की धारा में दर्ज की दुष्कर्म की रिपोर्ट

लखनऊ, अमृत विचार। अपनी कार्यशैली से हमेशा सुर्खियों में रहने वाली पुलिस का एक अजब कारनामा सामने आया है। चिनहट पुलिस पर एक पीड़िता ने दुष्कर्म की धारा का विलोपन का आरोप लगाया है। महिला का आरोप है कि दर्ज की गई प्राथमिकी में पुलिस ने दुष्कर्म के पहलु को दरकिनार कर उसका मिडिएशन करा दिया। मिडिएशन फेल होने पर मारपीट और धमकी देने की धारा में एफआईआर दर्ज कर खानापूर्ति कर ली।

गौरतलब है कि गत 13 मार्च को चिनहट थाने में एक महिला (42) ने महानगर के बालदा कालोनी हैदराबाद निवासी मंजूर हसन और उसके परिवारिक सदस्यों पर एफआईआर दर्ज कराई थी। महिला द्वारा दी गई लिखित शिकायत में इस बात का ज्रिक किया गया है कि वर्ष 1997 में उसकी शादी हुई थी और दो साल बाद बीमारी के चलते पति की मौत हो गई थी।

इसी बीच पति का दोस्त मंजूर हसन मदद के बहाने उसके सम्पर्क में आया और फिर शादी का झांसा देकर 18 वर्षों तक शारीरिक शोषण करता रहा। मंजूर से उसके तीन बच्चे भी हैं। पीड़िता का आरोप है कि जब उसने मंजूर से शादी करने का दबाव बनाया तो वह जबरन धर्मांतरण का दबाव बनाने लगा। इस बीच मंजूर ने दूसरी महिला से निकाह कर लिया। जब यह मामला चिनहट थाने पहुंचा तब पुलिस ने महिला को मिडिएशन सेंटर में भेज दिया।

मिडिएशन फेल होने के बाद पुलिस ने मंजूर हसन, नदीम हसन जीतन, राफिया और चचेरे भाई फैजान मारपीट, गाली-गलौज और धमकी देने की धारा में प्राथमिकी दर्ज की है। प्रभारी निरीक्षक अश्वनी चतुर्वेदी का कहना है कि महिला के तीन बच्चे है। दुष्कर्म की धारा का विलोपन के सवाल पर वह बचते नजर आए।

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