श्रद्धालुओं के लिए चलेंगी आस्था स्पेशल ट्रेनें,ट्रेनों में वेटिंग से मिलेगी राहत

130 की रफ्तार से दौड़ेंगी ट्रेनें, कम समय में यात्री पहुंचेंगे अयोध्या

श्रद्धालुओं के लिए चलेंगी आस्था स्पेशल ट्रेनें,ट्रेनों में वेटिंग से मिलेगी राहत

लखनऊ । उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के मंडल रेल प्रबंधक सचिंद्र मोहन शर्मा ने बुधवार को वित्तीय वर्ष की योजनाओं व बीते वर्ष में उत्तर रेलवे की उपलब्धियां को लेकर कई अहम जानकारी दी । 

आगामी वित्तीय वर्ष के लिए 100 दिन का डे प्लान बनाया जा रहा है। उसी के अनुसार कार्य किया जाएगा। लखनऊ के चारबाग स्टेशन के दो वर्ष पुराने फुटओवर ब्रिज हटाए जाएंगे। चारबाग की सेकेंड एंट्री, दो नए प्लेटफॉर्म, प्लेटफॉर्म नंबर दो, तीन, चार, पांच की लम्बाई बढ़ाने सहित अन्य काम इस टारगेट के तहत किए जाएंगे। साथ ही ट्रेनों के संचालन को उत्कृष्ट बनाने पर भी काम होगा। इसके अलावा उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं के लिए उत्तर रेलवे आस्था स्पेशल ट्रेनों का संचालन करेगा जिससे ट्रेनों में वेटिंग से राहत मिलने के साथ कन्फर्म बर्थ मिलेगी । लखनऊ से अयोध्या,वाराणसी का सफर आसान होगा यात्री,श्रद्धालु कम समय में अयोध्या पहुंच सकेंगे ।

 
ये रही वित्तीय वर्ष 2023 की उपलब्धियां----
-160 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से लखनऊ कानपुर रेलखंड पर रेलवे क्रॉसिंगों पर पुल बनना शुरू
- गतिशक्ति यूनिट ने आठ लेवल क्रॉसिंगों पर आरओबी, आरयूबी बनाकर जाम से राहत
-2.50 करोड़ पौधरोपण हुआ, जिससे कॉलोनियों, स्टेशन पर हरियाली बढ़ी
 
लखनऊ से अयोध्या के बीच 130 के रफ्तार में दौड़ेंगी ट्रेनें
 
लखनऊ से अयोध्या पहुंचने में अब ट्रेनों को कम समय लगेगा। क्योंकि लखनऊ-अयोध्या रेलखंड पर डबल लाइन और विद्युतिकरण का काम पूरा हो गया है। करीब 130 किलोमीटर के रेल सफर में 30 से 45 मिनट तक का समय बचेगा। अभी ट्रेनों को ढाई से चार घंटे तक का समय लगते हैं। रेलवे प्रशासन रूट पर औसत स्पीड बढ़ाने के लिए अन्य ट्रेनों के समय सारणी में बदलाव करेगा।
 
12 प्रतिशत बढ़े यात्री, 3400 कर्मचारी हुये प्रोन्नत 
लखनऊ मंडल में वित्तीय वर्ष में 5.27 करोड़ यात्रियों ने सफर किया, जो पिछले वर्ष की तुलना में 12 फीसदी ज्यादा है। साथ ही 34 सो कर्मचारियों को प्रोन्नति किया गया। 2225 करोड़ रुपये राजस्व प्राप्त किया, जो पिछले वर्ष की तुलना में 300 करोड़ रुपये अधिक है। सीमेंट, चीनी व कोयला लोडिंग में रिकॉडतोड़ काम किया गया। मालगाड़ियों से 475 करोड़ रुपये कमाए। इन उपलब्धियों पर डीआरएम कार्यालय में केक भी काटा गया।