कासगंज: साहब...पिता की कब्र पर फातिहा पढ़ने की दी जाए इजाजत, जेल में बंद अब्बास की ओर से SC में दाखिल की गई याचिका 

सुनवाई के बाद होगी अग्रिम कार्रवाई, जेल प्रशासन को नहीं मिला कोई निर्देश

कासगंज: साहब...पिता की कब्र पर फातिहा पढ़ने की दी जाए इजाजत, जेल में बंद अब्बास की ओर से SC में दाखिल की गई याचिका 

कासगंज, अमृत विचार। साहब, पिता मुख्तार अंसारी की कब्र पर 10 अप्रैल को फातिहा पढ़ने की इजाजत दे दी जाए। यह जरूरी भी है और हमारा फर्ज भी बनता है। कासगंज जिला जेल में बंद मुख्तार अंसारी के बेटा अब्बास अंसारी की ओर से यह गुहार सुप्रीम कोर्ट से लगाई गई है। हालांकि, अब सुप्रीम कोर्ट इस मामले में 9 अप्रैल को सुनवाई करेगा। उसके बाद ही कोई अग्रिम निर्णय मिलने मिलने के बाद आगे की कार्रवाई होगी।

विधायक अब्बास अंसारी को चित्रकूट जेल प्रकरण के बाद बीते साल कासगंज की जिला जेल लाया गया था। तभी से वह इसी जेल में बंद हैं। बीते दिनों मुख्तार अंसारी की मौत के बाद पैरोल के लिए दी गई याचिका पर अब्बास को पैरोल नहीं मिली। वह तड़पता रहा। जेल में बेचैन रहा, लेकिन अब एक बार फिर से 10 अप्रैल को पिता के फातिहा में शामिल होने के लिए अपने अधिवक्ता के माध्यम से अब्बास की ओर से याचिका दाखिल की गई है। हालांकि, अभी कोई निर्णय नहीं लिया गया है और न ही जिला प्रशासन एवं जेल प्रशासन को कोई निर्देश मिले हैं, लेकिन याचिका दाखिल होने के बाद मामला चर्चा में आ गया है।

न हमसे कोई रिपोर्ट मांगी गई है और न ही हमें कोई निर्देश मिला है। यदि कोई दिशा निर्देश मिलता है तो निर्देश के अनुपालन में अग्रिम कार्रवाई करेंगे। फिलहाल हमारे संज्ञान में कोई जानकारी नहीं है- विजय विक्रम सिंह, जेल अधीक्षक।

ये भी पढ़ें- कासगंज : बोर्ड परीक्षा में अंक बढ़ाने के नाम पर सक्रिय है साइबर ठगों का गैंग, DIOS को लिखा पत्र