अल्मोड़ा: आचार संहिता के फेर में लटक गई चिकित्सकों की तैनाती 

अल्मोड़ा: आचार संहिता के फेर में लटक गई चिकित्सकों की तैनाती 

अल्मोड़ा, अमृत विचार। लोकसभा सामान्य निर्वाचन के बीच अनुबंध पर जिले में चिकित्सकों की तैनाती ना हो पाने का खामियाजा अब ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को भुगतना पड़ रहा है। बीते 31 मार्च को जिले के अलग अलग अस्पतालों में तैनात करीब डेढ़ सौ चिकित्सकों का अनुबंध खत्म होने के कारण उनकी सेवाएं समाप्त कर दी गई थी। जिस कारण ग्रामीण क्षेत्रों के अधिकांश अस्पताल चिकित्सक विहीन हो गए हैं। 

अल्मोड़ा जिले की बात करें तो यहां चिकित्सकों के लगभग तीन सौ स्थाई पद सृजित किए गए हैं। लेकिन विभाग जिले में केवल करीब 125 स्थाई चिकित्सकों की तैनाती ही कर सका है। जिले के अस्पतालों में चिकित्सकों की कमी को देखते हुए बीते वर्ष डेढ़ सौ चिकित्सकों को अनुबंध के आधार पर जिले में तैनात किया गया था।

लेकिन 31 मार्च को इन सभी चिकित्सकों का अनुबंध समाप्त हो गया और उनकी सेवाएं समाप्त कर दी गई। जिसके बाद से अब जिले के अनेक अस्पताल चिकित्सक विहीन हो गए हैं। आए दिन रोगी उपचार के लिए अस्पतालों में पहुंच रहे हैं। लेकिन चिकित्सक न मिलने से उन्हें वापस लौटना पड़ रहा है और उपचार के लिए महानगरों के निजी अस्पतालों की शरण लेनी पड़ रही है। मुख्य चिकित्साधिकारी डा. आरसी पंत का कहना है कि  चिकित्सकों की तैनाती की प्रक्रिया गतिमान है। चुनाव आचार संहिता और अधिकांश अधिकारियों की चुनाव ड्यूटी के कारण इस कार्य में विलंब हो रहा है।