बरेली: सज गए मां के दरबार, सादगी से होगी पूजा-अर्चना
बरेली, अमृत विचार। आस्था का महापर्व शारदीय नवरात्र शनिवार से शुरू हो रहे हैं। इस बार श्राद्ध के बाद अधिमास लगने के कारण नवरात्र एक महीने देरी से शुरू हो रहे हैं। शारदीय नवरात्र को लेकर शुक्रवार की देर शाम तक घरों और मंदिरों में मां के दरबार सजाए गए। इस बार कोरोना संक्रमण के …
बरेली, अमृत विचार। आस्था का महापर्व शारदीय नवरात्र शनिवार से शुरू हो रहे हैं। इस बार श्राद्ध के बाद अधिमास लगने के कारण नवरात्र एक महीने देरी से शुरू हो रहे हैं। शारदीय नवरात्र को लेकर शुक्रवार की देर शाम तक घरों और मंदिरों में मां के दरबार सजाए गए। इस बार कोरोना संक्रमण के चलते मंदिरों में सादगी से पूजा-अर्चना की जाएगी। इसे लेकर कालीबाड़ी स्थित काली माता मंदिर, चौरासी घंटा मंदिर सहित कई मंदिरों में साफ-सफाई भी हुई।
धोपेश्वर नाथ मंदिर स्थित नौ दुर्गा मंदिर में मां का श्रृंगार किया गया। साज सजावट की तैयारी चलती रही। वहीं, त्रिवटीनाथ मंदिर, तपेश्वर नाथ मंदिर समेत कई मंदिरों में नवरात्र से एक दिन पहले शुक्रवार रात तक तैयारी चलती रही। नवरात्र में मां दुर्गा की नौ स्वरूपों में पूजा-अर्चना की जाती है। पहले दिन शनिवार को कलश स्थापना की जाएगी।
ज्योतिषाचार्य सुमित मिश्रा ने बताया कि हिन्दू पंचांग के अनुसार 17 अक्टूबर को आश्विन मास की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को कलश स्थापना मुहूर्त का समय सुबह 6:27 बजे से 10:13 बजे तक है। वहीं, कलश स्थापना के लिए अभिजित मुहूर्त प्रात:काल 11:44 बजे से 12:29 तक रहेगा।
“भक्तों को सैनेटाइजेशन व थर्मल स्क्रीनिंग के बाद ही मंदिर में प्रवेश दिया जाएगा। चार-चार भक्त इस मंदिर में प्रवेश करेंगे। कोरोना से बचाव के लिए सभी गाइडलाइन का पालन किया जाएगा।”–रविंद्र मोहन, पुजारी, चौरासी घंटा मंदिर
“मंदिर के अंदर किसी भक्त को प्रवेश नहीं दिया जाएगा। जो भी भक्त माता को कुछ भी चढ़ाना चाहता है वह मुख्य द्वार पर ही चढ़ाएगा।”–बृजेश कुमार गौड़, पुजारी, कालीबाड़ी
नहीं होंगे माता के छंद
चौरासी घंटा मंदिर व कालीबाड़ी मंदिर में इस बार माता के छंद नहीं हो पाएंगे। कोरोना संक्रमण को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है। पुजारियों ने कहा कि हर साल नवरात्र में माता के छंद हुआ करते थे जो करीब 100 से अधिक वर्ष से होते आ रहे हैं। लेकिन इस साल परंपरा टूट गई हैं।
1 लाख 24 हजार 464 घंटे चढ़ाए
चौरासी घंटा मंदिर में मनोकामना पूर्ण होने पर भक्तों ने अब तक 1 लाख 24 हजार 464 घंटे चढ़ाए हैं। मंदिर में आने वाले भक्तों ने बताया कि चौरासी घंटा मंदिर में भक्त मनोकामना पूर्ण होने पर घंटा चढ़ाते हैं। इसी के चलते आज भक्तों ने घंटे चढ़ाए हैं।
