आरक्षण के मुद्दे पर भाजपा ने राहुल, ममता को घेरा, ‘इंडिया’ गठबंधन पर तुष्टीकरण का लगाया आरोप

आरक्षण के मुद्दे पर भाजपा ने राहुल, ममता को घेरा, ‘इंडिया’ गठबंधन पर तुष्टीकरण का लगाया आरोप

नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी ने आरक्षण के मुद्दे पर बृहस्पतिवार को ‘इंडिया’ गठबंधन पर ताजा हमला करते हुए विपक्षी समूह पर तुष्टिकरण की राजनीति का आरोप लगाया और कहा कि देश के लोग लोकसभा चुनाव में उसे करारा जवाब देंगे। भाजपा का यह आरोप पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ममता बनर्जी के उस बयान के एक दिन बाद आया है जिसमें उन्होंने कहा था कि वह राज्य में कई वर्गों के अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के दर्जे को रद्द कर देने वाले कलकत्ता हाई कोर्ट के फैसले को ‘स्वीकार नहीं करेंगी’।

उनकी टिप्पणियों पर भाजपा के वरिष्ठ नेता शिवराज सिंह चौहान ने कहा, ‘‘तुष्टीकरण कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस जैसी पार्टियों की खुराक और आहार है। इसके बिना, वे एक दिन भी जीवित नहीं रह सकते।’’ मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल में सत्ता संभालने के बाद बनर्जी ने वोट बैंक की राजनीति की और कई जातियों को ओबीसी प्रमाणपत्र दिए और इसके लाभार्थियों में मुस्लिम, बांग्लादेशी और रोहिंग्या शामिल हैं।

उन्होंने यहां पार्टी मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘मामले में कलकत्ता उच्च न्यायालय का बुधवार को आया फैसला ममता बनर्जी के वोट बैंक की राजनीति पर करारा तमाचा है।’’ कलकत्ता उच्च न्यायालय ने बुधवार को पश्चिम बंगाल में 2010 से कई वर्गों को दिए गए ओबीसी दर्जे को अवैध करार दिया। अदालत ने कहा कि सूची में मुसलमानों के 77 वर्गों को शामिल करना उन्हें वोट बैंक के रूप में मानने के लिए था। 

इस पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए बनर्जी ने कहा कि वह आदेश को ‘स्वीकार नहीं करेंगी’ और इसे ऊपरी अदालत में चुनौती देंगी। चौहान ने उच्च न्यायालय के आदेश को स्वीकार करने से इनकार करने पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री की आलोचना की और उनकी टिप्पणी को संविधान का अपमान बताया। उन्होंने कहा, ‘‘ममता बनर्जी अपने बारे में क्या सोचती हैं? क्या वह संविधान से ऊपर हैं? यह अहंकार और अराजकता की पराकाष्ठा है।’’ उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस प्रमुख को मुख्यमंत्री पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है जिन्होंने संविधान का उल्लंघन करते हुए धर्म के आधार पर आरक्षण दिया। 

राहुल गांधी के बयान पर चौहान ने कहा कि भाजपा कई वर्षों से कह रही है कि कांग्रेस गरीब विरोधी, दलित विरोधी, आदिवासी विरोधी और पिछड़ा वर्ग विरोधी है। उन्होंने कहा, ‘‘राहुल गांधी ने कल इस सच्चाई को स्वीकार कर लिया।’’ हरियाणा के पंचकूला में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा था कि व्यवस्था तंत्र निचली जातियों के खिलाफ है और वह इसे अंदर से जानते हैं क्योंकि उनकी दादी एवं पिता प्रधानमंत्री थे। 
उन्होंने कहा कि उन्हें यह इसलिए भी पता है क्योंकि बाद में जब मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री थे तो वह उनके आवास जाया करते थे। गांधी ने कहा कि दलितों, ओबीसी, आदिवासी और अल्पसंख्यकों समेत देश की 90 प्रतिशत आबादी का देश के विमर्श एवं सत्ता संरचना में कोई प्रतिनिधित्व नहीं है। चौहान ने कहा, ‘‘कांग्रेस ने हमेशा दलितों, पिछड़ों और आदिवासियों के अधिकार छीने हैं। 

आंध्र प्रदेश और कर्नाटक सहित कांग्रेस शासित राज्यों ने अल्पसंख्यकों को उनके हिस्से से आरक्षण देकर ओबीसी के अधिकारों को लूटने का अपराध और पाप किया है।’’ उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने करीब 40 साल तक ओबीसी आयोग को संवैधानिक दर्जा नहीं दिया, लेकिन उसकी सरकार ने उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय और दिल्ली के जामिया मिल्लिया इस्लामिया जैसे शैक्षणिक संस्थानों में दलितों, ओबीसी और आदिवासियों के लिए आरक्षण समाप्त करने का ‘पाप’ कर दिया। 

उन्होंने कहा, ‘‘बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर ने एक बार पंजाब में रैली में कहा था कि पंडित जवाहरलाल नेहरू ने दलितों और पिछड़ों के लिए कुछ नहीं किया। कांग्रेस की शुरू से ही ऐसी मानसिकता रही है।’’ पूर्व मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि कांग्रेस और ‘इंडिया’ गठबंधन के अन्य घटक दलितों, पिछड़ों और आदिवासियों के अधिकार छीनने में लगे हुए हैं और तुष्टीकरण की राजनीति कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा इस साजिश को आगे नहीं बढ़ने देगी। लोग सच्चाई देख रहे हैं क्योंकि इंडी गठबंधन की तुष्टीकरण की नीति उजागर हो गई है। 

अब लोग इसका जवाब देंगे। भाजपा अपने दम पर 370 सीटें जीतकर सरकार बनाएगी और राजग (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) को 400 से अधिक सीटें मिलेंगी।’’

ये भी पढ़ें- मुंबई: केमिकल फैक्ट्री में भीषण विस्फोट के बाद लगी आग, चार लोगों की मौत...25 से अधिक घायल