हल्द्वानी: युवाओं की आवाज बने बॉबी पवार ने दिखाया दमखम

1.60 लाख से ज्यादा मत लाकर दिखाई ताकत

हल्द्वानी: युवाओं की आवाज बने बॉबी पवार ने दिखाया दमखम

हल्द्वानी, अमृत विचार। उत्तराखंड बेरोजगार संघ के अध्यक्ष बॉबी पवार पिछले कुछ सालों से उत्तराखंड में युवाओं के मुद्दे उठा रहे हैं। उनके ऊपर मुकदमे भी हुए और वह लगातार भर्ती परीक्षा, पेपर लीक, मूल निवासी जैसे मुद्दे उठाते रहे। वह टिहरी सीट से निर्दलीय चुनाव लड़े। चुनाव तो नहीं जीते लेकिन 1.60 लाख से ज्यादा मत लाकर उन्होंने अपनी ताकत का अहसास करा दिया।

बॉबी पवार के पास न तो भाजपा और कांग्रेस की तरह संसाधन था और न ही संगठन। बेरोजगारों के मुद्दे उठाते हुए वह युवाओं के बीच में लोकप्रिय हुए। टिहरी से चुनाव लड़ने की भी ठान ली। चुनाव प्रचार के दौरान भी असर छोड़ा। उनके समर्थकों में ज्यादातर युवा ही थे। 19 अप्रैल को मतदान के बाद यह अनुमान लग गया था कि बॉबी पवार की उम्मीदवारी केवल औपचारिकता वाली तो साबित नहीं होगी।

कहा यह भी जाता है कि चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा ने कांग्रेस प्रत्याशी जोत सिंह गुंसोला से ज्यादा बॉबी को ज्यादा खतरा बताया था। अब नतीजे भी आ गए। भाजपा की माला राज्यलक्ष्मी शाह 2.66 लाख से ज्यादा मतों से चुनाव जीत गईं। दूसरे नंबर पर कांग्रेस प्रत्याशी को 1.86 हजार मत मिले। उधर तीसरे नंबर पर रहे बॉबी पवार को शाम छह बजे तक  161856 वोट मिल चुके थे।

उनके बाद कोई भी प्रत्याशी 10 हजार मत भी नहीं ला सका। बॉबी पवार कह चुके हैं अगले विधानसभा चुनाव में वह राज्य की 70 सीटों पर उम्मीदवार उतारेंगे। राज्य में तीसरी ताकत की बात करें तो बसपा ही तीसरी ताकत के रूप में दिखती है। ऐसे में बॉबी पवार भाजपा और कांग्रेस के इतर राज्य में एक और राजनीतिक ताकत बनने की ओर आगे बढ़ सकते हैं। 

सोशल मीडिया को बनाया हथियार
हल्द्वानी। बॉबी पवार अपनी बात रखने के लिए सोशल मीडिया का बढ़चढ़ कर इस्तेमाल करते हैं। उनके समर्थक भी उनके वीडियो सोशल मीडिया पर लगातार पोस्ट करते हैं। चुनाव प्रचार के दौरान भी बॉबी पवार ने सोशल मीडिया का खूब इस्तेमाल किया था।