Kanpur: सोलर पैनल लगाने के नाम पर फर्जीवाड़ा, उपभोक्ता से पैसा तो ले लिया पर नहीं लगाया सिस्टम, दो वेंडरों पर कार्रवाई तय

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Published By Deepak Shukla
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कानपुर, अमृत विचार। सोलर सिस्टम लगाने के नाम पर वेंडर गोलमाल कर रहे हैं। दो ऐसे मामले सामने आए हैं जिनमें विभाग द्वारा पंजीकृत वेंडर ने उपभोक्ताओं से रकम वसूल ली लेकिन उनके यहां सोलर पैनल सिस्टम लगाया ही नहीं। दोनों वेंडर की जांच लगभग पूरी हो चुकी है और जल्द ही पंजीयन निरस्त करने के साथ ही एफआईआर दर्ज कराने की तैयारी है।

सरकार ने वर्ष 2024-25 के लिए 20 हजार घरों को पीएम सूर्य घर बिजली घर योजना के अंर्तगत शामिल किया है। कानपुर मंडल में नेडा ने 180 वेंडरों को पंजीकृत किया है। दो वेंडरों ने उपभोक्ता से पैसे तो ले लिये लेकिन उनके यहां सिस्टम नहीं लगाया है।

पंजीकृत वेंडर से ही लगवाएं वरना सब्सिडी नहीं मिलेगी 

सोलर पैनल लगाने के नाम पर बड़े बड़े फ्राड चल रहे हैं, ऐसे में जो वेंडर नेडा विभाग में पंजीकृत हों, उन्हीं से ही पैनल लगवाएं, अन्यथा आपको सब्सिडी नहीं मिलेगी। सरकार की इस योजना में सबसे पहले पूरा पैसा जमा करना होता है और पैनल लगने के बाद सरकार पैनल लगवाने के खाते में सब्सिडी वापस करती है। ऐसे में तमाम लोग पैनल तो लगा रहे हैं और उपभोक्ता से ये कहते हैं कि जल्द ही उनके खाते में सब्सिडी वापस हो जाएगी लेकिन ऐसे वेंडर नेडा में पंजीकृत नहीं होने के कारण उपभोक्ता की सब्सिडी वापस नहीं आती। 

कितने का पैनल, कितनी सब्सिडी मिलती?

सोनल पैनल लगवाने के लिए सरकार पहले पूरा पैसा लेती है और फिर उपभोक्ता के खाते में सब्सिडी वापस करती है। 
2 किलोवाट तक पूरा पैनल 1 लाख 20 हजार रुपये का है। इसमें 90 हजार सब्सिडी सरकार देती है, ऐसे में मात्र 30 हजार में पूरा सिस्टम लग जाता है।
3 किलोवाट से 10 किलोवाट तक पूरा पैनल 1 लाख 80 हजार रुपये में लगता है जबकि इसमें 1 लाख 08 हजार रुपये सब्सिडी मिलती है यानी मात्र 72 हजार रुपए में ये सिस्टम लग जाता है।

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