बरेली: थाना प्रभारी के सामने फूंका घर, हथौड़े मार कर तोड़ी छत...61 आरोपियों पर रिपोर्ट दर्ज

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Published By Vishal Singh
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पीसीआर पुलिस मौके से भागी, बाद में पहुंचा भारी पुलिस बल

बरेली, अमृत विचार। सिरौली थाना क्षेत्र के गांव चंदूपुरा शिवनगर में युवती के अपहरण के मामले में आरोपी सद्दाम का घर थाना प्रभारी लव सिरोही के सामने ही लोगों ने फूंक दिया और हथौड़े मारकर छत और दीवार को तोड़ दिया। भीड़ के उग्र होने पर कुछ पुलिसकर्मी मौके से भाग गए, हालांकि बाद में भारी पुलिस बल के पहुंचने के बाद लोगों को शांत किया गया। मामले में थाना प्रभारी लव सिरोही ने 61 आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।

सिरौली थाना प्रभारी लव सिरोही ने दर्ज कराई रिपोर्ट में बताया कि शुक्रवार रात गश्त के दौरान पीसीआर में तैनात मुख्य आरक्षी लोकेश कुमार ने सूचना दी कि गांव शिवनगर चंदूपुरा में एक युवती के अपहरण के आरोपी सद्दाम के घर गुस्साए लोग बवाल कर रहे हैं। वह फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे तो उग्र भीड़ पुलिस के वाहन पर पथराव कर दिया और आरोपी सद्दाम के घर में गुस्साई भीड़ ने आग लगा दी। 50 से 60 लोग हथौड़े से घर के आगे की छत और अंदर की छतों को तोड़ रहे थे। पुलिस ने रोकने का प्रयास किया तो हमलावर हो गए। गांव में अफरा तफरी का माहौल बना हुआ था।

तीन थानों की मंगाई गई पुलिस, गांव में पीएसी तैनात
गांव में हालात खराब होने पर अधिकारियों को सूचना देकर मौके पर अतिरिक्त पुलिस बल बुलाया गया। जिसके बाद प्रभारी निरीक्षक थाना मीरगंज और थाना आंवला पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। उसके बाद पुलिस ने बल प्रयोग कर उग्र भीड़ पर काबू पाया। गांव में तनाव की स्थिति देखते हुए स्थानीय पुलिस बल के साथ ही पीएसी तैनात की गई है। मामले में चमन, बृजकिशोर, सत्यपाल, हरनाम, भूपराम, सुनील, संतोष, घनश्याम, रामपाल, भजनलाल, प्रेम शंकर, साधुराम, जमुनप्रसाद, जालिम, भागीरथ, हुलासी, सोमपाल, रामपाल, लेखराज, धनपाल, ओमकार समेत 40 अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है।
थाना प्रभारी अफसरों को देते रहे झूठी जानकारी

आरोपी सद्दाम के घर फूंके जाने के बाद भी थाना प्रभारी लव सिरोही अधिकारियों को झूठी जानकारी देते रहे। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य और पुलिस अधीक्षक दक्षिणी मानुष पारीक ने मामले की जानकारी की थाना प्रभारी ने मामूली विवाद बताकर गुमराह किया लेकिन माहौल को देखते हुए पुलिस अधीक्षक दक्षिणी को मौके पर गए। वहां के हालात देख उन्होंने थाना प्रभारी को जमकर फटकार लगाई।

पहले करते कार्रवाई तो नहीं होता बवाल
दूसरे समुदाय से जुड़े युवक के होने की वजह से मामले ने शुरू से ही तूल पकड़ लिया था लेकिन पुलिस ने इसे हल्के में लिया। लड़की के परिजन जब थाने में रिपोर्ट दर्ज कराने पहुंचे तो थाना प्रभारी ने रिपोर्ट दर्ज करने के बजाय उनसे बहस की। युवती के बरामद होने के बाद भी वह आरोपी पर कार्रवाई करने के बजाय थाने में बिठाए रखे।

बवाल के पहले पुलिस ने किया था फ्लैग मार्च
गांव में बवाल होने के 2 घंटे पहले भी पुलिस ने फ्लैग मार्च किया था, लेकिन रात में खुराफातियों ने आरोपी के घर आग लगा दी। पीड़ित परिवार घर न रहकर रिश्तेदारी में रह रहा है। साथ ही अन्य परिवार में भी महिला और बच्चों को छोड़कर सब मौके से फरार हैं। गांव में सन्नाटा पसरा है और दूसरे समुदाय के कुछ घरों में भी ताला लटका हुआ है।

मामला शांत होने पर शाम को फिर उठी चिंगारी
युवती को पुलिस ने परिजनों को सौंप दिया तो मामला शांत हो गया लेकिन, इसी बीच आरोपी के परिजनों ने किसी से युवती को दोबारा से भागने की बात कही और कहा कि इस बार पूरी योजना बनाई जा रही है। इस बार युवती को कोई खोज नहीं पाएगा। युवती को इस बार जयपुर न ले जाकर बहुत दूर ले जाया जाएगा। ये बात परिजनों और अन्य लोगों तक पहुंची। जिसके बाद गुस्साई भीड़ ने आरोपी के घर पहुंच कर आग लगा दी।

दूसरे समुदाय के दो लोग घर छोड़कर गांव से गए
आरोपी सद्दाम के रिश्तेदार दो भाई इशरार और इरशाद बवाल होने के बाद शनिवार को परिवार समेत घर छोड़ कर चले गए। इस दौरान दोनों ने घर से बकरी और घरेलू सामान भी ले गए। हालांकि इरशाद बाद में वापस आ गया। प्रधान प्रवेश कुमार ने बताया कि दोनों भाईयों को समझाया गया है। जिसमें से इरशाद वापस आ गया है। दूसरे को भी जल्द बुला लिया जाएगा।

पहले किया निलंबित बाद में लिया वापस
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने बताया कि मामले में लापरवाही के कारण हल्का प्रभारी उप निरीक्षक सतवीर सिंह को निलंबित किया गया था लेकिन वह 10 दिन से स्वास्थ्य अवकाश पर हैं, इसलिए उनका निलंबन वापस कर दिया गया है।

पहले लिखित में दिया कार्रवाई नहीं चाहते फिर किया बवाल
बृहस्पतिवार को युवक पक्ष ने युवती को थाने लाकर उसे परिजनों के हवाले कर दिया था। परिजन उसे लेकर चले भी गए थे। उन्होंने लिखकर दिया था कि ये कोई कार्रवाई नहीं चाहते लेकिन अगले ही रात एक साथ पहुंच कर लोगों ने आरोपी के घर को आग के हवाले कर दिया। पुलिस अधीक्षक दक्षिणी मानुष पारीक ने बताया कि एहतियात के तौर पर फोर्स तैनात कर दिया गया है। माहौल खराब करने की कोशिश करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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