उफान पर नदियां : गंगा-यमुना में दिखने लगीं डरावनी लहरें
माताटीला बांध से 1.40 लाख क्यूसेक पानी बेतवा नदी में छोड़ा
प्रयागराज, अमृत विचार। प्रयागराज में गंगा और यमुना के बढ़ते जल स्तर से अब लोगो के जेहन में डर सताने लगा है। बढ़ते जल स्तर के कारण प्रयागराज के आस पास की छोटी नदियों के भी उफान पर आने से ग्रामीणों की मुश्किलें बढ़ने लगी है। अब लोग सुरक्षित स्थान को तलाश करने में लग गये है। गंगा और यमुना का जल स्तर लगातार बढ़ रहा है। वही माताटीला बांध से करीब डेढ़ लाख क्यूसेक पानी गंगा में छोड़ा गया है। जिसके बाद प्रयागराज और आसपास के इलाको में गंगा के किनारे रहने वालों की मुश्किलें बढ़ गई है।

बताया जा रहा है कि गंगा में छोड़ा गया पानी दो से तीन दिन में प्रयागराज पहुंचेगा। इससे पहले लोग सुरक्षित स्थान की तलाश करने लगे है। आसपास के राज्यों में हो रही लगातार बारिश से गंगा और यमुना का जलस्तर भी बढ़ रहा है। शनिवार को दोनों ही नदियों का जलस्तर प्रत्येक चार घंटे में एक सेमी की दर से बढ़ता रहा। सिंचाई विभाग के अफसरों ने बताया कि दोनों ही बड़ी नदियां अभी चेतावनी बिंदु से काफी नीचे बह रही हैं।
फाफामऊ में शनिवार की रात आठ बजे गंगा का जलस्तर 78.51 मीटर देखा गया था। इसी तरह छतनाग में गंगा का जलस्तर 76.79 एवं नैनी में यमुना का जलस्तर 77.55 मीटर देखा गया। वहीं, 24 घंटे पूर्व फाफामऊ में गंगा का जलस्तर 78.40, छतनाग में 76.31 एवं यमुना का 76.94 मीटर चिन्हित किया गया।
माताटीला बांध के गेट को खोला
बारिश होने से रविवार भोर में माताटीला बांध के गेट खोल दिए गये है। बांध से 1.40 लाख क्यूसेक पानी बेतवा नदी में छोड़ा गया है। इसके बाद प्रयागराज में भी अलर्ट जारी कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि यह पानी आने के बाद स्थिति और भी भयावह हो जाएगी। हालांकि अलर्ट जारी होने के बाद गंगा-यमुना के किनारे रहने वाले लोग सुरक्षित स्थानों पर जाने लगे हैं। जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल ने भी कड़ा निर्देश जारी किया है।
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