UP: डिप्टी सीएम बोले-योग से मिलती है शरीर को शुद्धता...एसआईआर से चुनाव को मिलेगी
लखीमपुर खीरी, अमृत विचार। उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक गुरुवार को लखीमपुर पहुंचे। उन्होंने यहां विशेष पुनरीक्षण अभियान (एसआईआर) को लेकर भाजपा जिला कार्यालय पर पार्टी पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं के साथ समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने मीडिया से वार्ता करते हुए समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि हार नजदीक आते ही अखिलेश यादव एसआईआर पर अनर्गल बयानबाजी करने लगते हैं। राज्य में चुनावी प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए एसआईआर बेहद जरूरी है। जैसे शरीर की शुद्धता के लिए योग आवश्यक है, वैसे ही लोकतंत्र की शुद्धता के लिए एसआईआर जरूरी है।
डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने एसआईआर की समीक्षा बैठक में कहा कि प्रदेश भर में मतदाता सूची पुनरीक्षण अभियान तेजी से जारी है। मृतक व्यक्तियों, नाबालिगों और गलत तरीके से सूची में शामिल नामों को हटाया जा रहा है। अब तक करीब 65 लाख अपात्र नाम सूची से बाहर किए जा चुके हैं, जो लोकतांत्रिक व्यवस्था को और मजबूत बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। मतदाता सूची को स्वच्छ बनाना भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं का लक्ष्य है। बीजेपी कार्यकर्ता बूथ स्तर पर काम कर रहे हैं। हमारा लक्ष्य है कि वोटर लिस्ट में केवल वही नाम रहें जिन्हें मतदान का वैध अधिकार प्राप्त है।
डिप्टी सीएम ने कहा कि भाजपा सरकार पूरी तरह से निष्पक्ष चुनावों के लिए प्रतिबद्ध है। मतदाता सूची का यह विस्तृत शुद्धिकरण किसी भी अनियमितता को रोकने में मदद करेगा। उन्होंने बताया कि चुनाव आयोग के निर्देश पर जिलों में विशेष टीमें बनाई गई हैं, जो बूथवार जांच कर रही हैं। उन्होंने कहा कि फर्जी मतदाताओं को किसी भी कीमत पर सूची में रहने नहीं दिया जाएगा। अपने दौरे के दौरान डिप्टी सीएम ने जिले के भाजपा पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं से मुलाकात की। उन्होंने आगामी चुनाव को देखते हुए संगठनात्मक मजबूती और जनसंपर्क अभियान को तेज करने पर जोर दिया। कहा कि बूथ स्तर पर भाजपा कार्यकर्ताओं को यह जिम्मेदारी दी गई है कि वे फर्जी नामों और गड़बड़ियों की पहचान में प्रशासन की मदद करें, ताकि चुनावी प्रक्रिया पर कोई अवैध प्रभाव न पड़े।
हेलीपैड पर मीडिया से हुए रूबरू, कहा- हताशा में सवाल उठा रहा विपक्ष
हैलीपैड पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए डिप्टी सीएम पाठक ने कहा कि एसआईआर पर विपक्ष हताशा में सवाल उठा रहा है और केवल भ्रम फैलाने और गलत जानकारी देने में लगा है, जबकि सरकार और चुनाव आयोग निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए निरंतर कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि विपक्ष एसआईआर पर इसलिए सवाल उठा रहा है क्योंकि यह प्रक्रिया फर्जी पंजीकरण और मृतकों के नाम हटाने का काम कर रही है। जिनकी राजनीति अनियमितताओं पर टिकी है, वही लोग इस प्रक्रिया का विरोध कर रहे हैं।
