Kanpur: रेल हादसाः एनआईए ने शुरू की जांच, लोको पायलट व गार्ड के लिए बयान, चालक ने बताया ये...

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Published By Deepak Shukla
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कानपुर, अमृत विचार। वाराणसी से अहमदाबाद जा रही साबरमती एक्सप्रेस के डिरेल होने के पीछे साजिश की आशंका को लेकर केंद्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने भी जांच शुरू कर दी है। गुरुवार दोपहर एनआईए के दो अफसरों ने पनकी क्षेत्र स्थित घटनास्थल का जायजा लिया। 

सेंट्रल के कम्युनिटी हॉल में ट्रेन के लोको पायलट, असिस्टेंट लोको पायलट और गार्ड से पूछताछ की। एनआईए टीम शुक्रवार को घटनास्थल का निरीक्षण कर पनकी थाने में जाकर पूछताछ करेगी।

साबरमती एक्सप्रेस शुक्रवार रात ढाई बजे गोविंदपुरी व भीमसेन स्टेशन के बीच पनकी औद्योगिक क्षेत्र में बोल्डर (रेल पटरी का टुकड़ा) से टकराकर बेपटरी हो गई थी। हादसे में इंजन समेत 22 कोच डिरेल हो गए थे। हादसे के बाद डाउन ट्रैक लगभग 5 घंटे व अप लाइन 29 घंटे के लिए बाधित हो गई थी। 

पुलिस, क्राइम ब्रांच, एटीएस टीम हादसे की जांच कर रही है। डीसीपी पश्चिम राजेश कुमार सिंह घटनास्थल पर कई बार सीन क्रिएट कराकर देख चुके हैं। रेलवे इंजीनियर, कर्मियों से पूछताछ के अलावा पनकी पुलिस को 2000 यात्रियों व कर्मियों से पूछताछ के आदेश दिए गए हैं। 

औद्योगिक इकाईयों में लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज से संदिग्धों की पहचान की जा रही है। गुरुवार को एनआईए की टीम ने सेंट्रल के कम्युनिटी हॉल में लोको पायलट, असिस्टेंट लोको पायलट तथा गार्ड से घटनाक्रम पर बयान लिया। 

बोल्डर से टकराने पर आवाज कितनी तेज थी, ट्रेन की स्पीड क्या थी और इमरजेंसी ब्रेक लगाने की जानकारी ली। गार्ड ने बताया कि चारों तरफ धूल का गुबार देखकर लैंप से देखा तो ट्रेन टेढ़ी होकर खड़ी थी। चालक ने बताया कि ट्रैक पर बोल्डर दिखा और इंजन से टकराया। इसके बाद इंजन सहित सभी कोच डिरेल हुए।

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