शाहजहांपुर: अवैध मेडिकल स्टोर्स पर कसे लगाम, नशीली दवाओं की बिक्री हो बंद
एचसीएफ यूनाइटेड फार्मासिस्ट एसोसिएशन ने एसडीएम को सौंपा ज्ञापन
शाहजहांपुर, अमृत विचार। जिले में अवैध मेडिकल स्टोर और बिक रही नशीली दवाओं के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर फार्मासिस्ट एसोसिएशन ने कलेक्ट्रेट में एसडीएम न्यायिक चित्रा निर्वाल को ज्ञापन दिया। बताया कि कुछ दवा व्यवसायी प्रतिबंधित नशीली दवाईयों की बिक्री जोरों से कर रहे है। जिससे जनमानस नशीली दवाईयों के दिन-प्रतिदिन आदी होते जा रहे हैं। लोगों को कई प्रकार की बीमारियों का सामना करना पड़ रहा है। इन मेडिकल स्टोरों पर न ही कोई फार्मासिस्ट भौतिक रूप से उपस्थित है। यह मेडिकल स्टोर वाले फार्मेसी एक्ट 1948 व ड्रग एंड कॉस्मेटिक एक्ट 1940-45 के नियमों का खुलेआम उल्लंघन कर रहे हैं।
कहा गया कि जब इन मेडिकल स्टोर वालों पर औषधि निरीक्षक की ओर से कार्रवाई की जाती है तो यह एकजुट होकर अनावश्यक दबाव बनाकर उनकी जांच को निष्प्रभावी बनाने में जुट जाते हैं। इससे विभागीय अधिकारियों का शोषण होता है। मांग की गई कि मेडिकल स्टोरों के भौतिक निरीक्षण को टीम गठित करें, जो मेडिकल स्टोर मानक के अनुरूप नहीं पाए जाएं उन पर कार्रवाई कर लाइसेंस निरस्त किया जाए। साथ ही ज्ञापन के माध्यम से मांग की गई कि उत्तर प्रदेश में प्रशिक्षित फार्मासिसिट की नियुक्ति जल्द से जल्द की जाए। सरकारी अस्पतालों में और एडिशनल पीएचसी पर मानक के अनुरूप फार्मासिस्ट के खाली पदों को भरा जाए। फर्जी मेडिकल स्टोरों पर एक विशेष अभियान के तहत कार्रवाई हो, सरकारी अस्पतालों में फार्मासिस्टों के पदों पर डिग्री धारकों को भी शामिल किया जाए। डिप्लोमा फार्मासिस्ट को ब्रिज कोर्स करा कर डिग्री की मान्यता प्राप्त करें। फुटकर मेडिकल स्टोर पर फार्मासिस्ट की भौतिक उपस्थिति व अन्य नियमों का कड़ाई से पालन कराया जाए। नशीली दवाओं पर लगाम लगाकर नियमानुसार पंजीकृत फार्मासिस्ट द्वारा ही औषधियों का भंडारण व वितरण कराया जाए। ज्ञापन देने वालों में जिलाध्यक्ष सर्वेश कुमार, जितेंद्र प्रसाद, बागीस कुमार, सचिन कुमार आदि मौजूद रहे।
