हल्द्वानी: रेलवे अतिक्रमण : पूर्व से चिन्हित 4365 परिवारों का होगा सर्वे

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Published By Bhupesh Kanaujia
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हल्द्वानी, अमृत विचार। रेलवे का वार्ड-32 इंदिरा नगर पश्चिमी में डोर टू डोर सर्वे पूरा होने के बाद अब अतिक्रमण के दायरे में आ रहे अन्य वार्डों में भी सर्वे होगा। इसमें रेलवे की ओर से पूर्व में अतिक्रमण चिन्हित किए गए 4,365 परिवार शामिल हैं।
हल्द्वानी रेलवे स्टेशन से सटी लगभग 30 हेक्टेयर रेलवे भूमि पर अतिक्रमण है।

जब यह मामला हाईकोर्ट पहुंचा था तब रेलवे ने अतिक्रमित भूमि पर बसे 4,365 परिवारों को चिन्हित किया था। अब यह मामला सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है। पिछले माह हुई सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने रेलवे से दशकों से भूमि पर काबिज लोगों के पुनर्वास और रेलवे के विस्तारीकरण के लिए भूमि की आवश्यकता को लेकर सूचना मांगी थी।

इसी क्रम में रेलवे ने 12 अगस्त को भूमि का पुर्न सीमांकन शुरू किया था। सर्वप्रथम रेलवे भूमि का तकनीकी सर्वे किया था। इस सर्वे के पूरा होने के बाद रेलवे ने बाल विकास, ऊर्जा निगम, जल संस्थान, राजस्व, नगर निगम, खाद्य आपूर्ति, प्रशासन व पुलिस सहित आठ विभागों के साथ डोर टू डोर सर्वे शुरू किया। इसी वर्ष फरवरी में हुई बनभूलपुरा हिंसा के बाद प्रशासन कोई कोताही नहीं बरतना चाहता था इसलिए पहले चरण में सिर्फ वार्ड-32 इंदिरा नगर पश्चिमी में  सर्वे किया गया।

अब यह सर्वे लगभग पूरा हो गया है, सर्वे में चिन्हित लोगों की ओर से भी सहयोग मिल रहा है। इसके बाद यह सर्वे अतिक्रमित भूमि पर बसे हुए अन्य वार्डों गफूर व ढोलक बस्ती, वार्ड 15, 16, 24, 25, 26, 30, 31, 33 में भी किया जाएगा। 
मुख्य नगर आयुक्त/सर्वे के नोडल अधिकारी सर्वे ने बताया कि रेलवे समेत आठ सरकारी विभागों की संयुक्त टीम का वार्ड-32 में सर्वे लगभग पूरा हो गया है। अब रेलवे की ओर अतिक्रमण चिन्हित की गई भूमि पर बसे अन्य वार्डों के परिवारों का भी सर्वे होगा। उन्होंने कहा कि जिन छह टीमों ने सर्वे किया है, वही टीमें अन्य वार्डों में भी सर्वे करेंगी।

15 अक्टूबर तक सर्वे पूरा होने के आसार
मुख्य नगर आयुक्त मिश्रा ने बताया कि डोर टू डोर सर्वे तेजी से किया जा रहा है। अभी भी लगभग आठ वार्ड हैं, जिनमें सर्वे होना बाकी है। सर्वे में सिर्फ घरों से मुखिया का नाम, बिजली-पानी के बिल, भूमि के स्वामित्व संबंधी कागजात ही नहीं जुटाने हैं बल्कि इसकी समीक्षा कर डाटा एंट्री और जांच करना भी है इसलिए सर्वे पूरा होने में लगभग डेढ़ माह का समय लग सकता है, संभावना है कि 15 अक्टूबर तक सर्वे पूरा हो जाएगा।

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