Phulpur By-election : नामांकन का चौथा दिन, पर्चा दाखिल करने नहीं पहुंचे प्रत्याशी
बसपा और सपा के उम्मीदवार घोषित, बीजेपी कर रही विचार
प्रयागराज, अमृत विचार : प्रयागराज जिले की सबसे सीट और चर्चित सीट की फूलपुर विधानसभा पर 13 नवंबर को उपचुनाव होना है। जिसको लेकर 18 अक्टूबर से कलेक्ट्रेट के डीएम कोर्ट में नामांकन की प्रक्रिया शुरू करा दी गई है। कलेक्ट्रेट के डीएम कोर्ट में सुबह 11 बजे से 3 बजे हक नामांकन के लिए पर्चा दाखिल किया जा सकेगा। मालूम हो कि उपचुनाव के नामांकन का मंगलवार को चौथा दिन रहा। चौथे दिन तक कोई भी नामांकन पत्र दाखिल नहीं किया गया।
नामांकन को लेकर एसडीएम व निर्वाचन अधिकारी फूलपुर दिग्विजय सिंह ने बताया कि सोमवार यानि चौथे दिन तक कोई नामांकन पत्र दाखिल नहीं हुआ है। किसी प्रत्याशी ने अपना पर्चा दाखिल नहीं किया है। गौरतलब है कि सपा और बसपा ने अपने उम्मीदवारों को मैदान में उतार दिया है। जबकि भाजपा अभी प्रत्याशियों को लेकर विचार कर रही है।
कड़ी निगरानी में होगा नामांकन
फूलपुर उपचुनाव को लेकर शासन और प्रशासन ने सारी तैयारी पूरी कर ली है। कलेक्ट्रेट के डीएम कोर्ट में होना वाले नामांकन प्रक्रिया को सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में कराया जाएगा। नामांकन की अंतिम तिथि 25 अक्टूबर दी गई है। कोर्ट के बाहर बैरिकेडिंग लगाई गई है। कोर्ट में कड़ी सुरक्षा के इंतजाम भी किए गए हैं।
चार लाख से अधिक मतदाता चुनेंगे अपना प्रतिनिधि
फूलपुर विधानसभा के इस उपचुनाव में कुल 4,07, 366 वोटर है। जो उप चुनाव मे अपना विधायक चुनेंगे। इसमें 2,23,560 पुरुष व 1,83,748 महिला वोटर्स हैं। फूलपुर में 58 थर्ड जेंडर भी वोटर भी शामिल हैं। विधानसभा क्षेत्र में उप चुनाव के लिए 215 मतदान केंद्र बनाए गए हैं जबकि 435 बूथ शामिल है।
हाई कमान के पास पहुंची दावादारों की सूची
फूलपुर विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी (सपा) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने अपने प्रत्याशी मैदान में उतार दिए हैं, जबकि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का अभी प्रत्याशी चयन पर मंथन जारी है। शीर्ष नेतृत्व इस सीट पर जिताऊ उम्मीदवार की तलाश में है, क्योंकि सपा का इस क्षेत्र में प्रभावी वर्चस्व माना जा रहा है। बीजेपी में 40 से ज्यादा लोगों ने आवेदन किया है। हालांकि, पार्टी के शीर्ष स्तर पर तीन प्रमुख नामों पर चर्चा हो रही है।
पूर्व सांसद केसरी देवी पटेल के बेटे और पूर्व विधायक दीपक पटेल, पूर्व एमएलसी निर्मला पासवान, और भाजपा के पुराने नेता डॉ. विक्रम सिंह पटेल का नाम चर्चा में है। जबकि सांसद प्रवीण पटेल की पत्नी गोल्डी सिंह पटेल भी टिकट की दौड़ में हैं, क्योंकि उनके पति प्रवीण पटेल के सांसद बनने के बाद यह सीट खाली हुई है। हालांकि,यदि उन्हें टिकट मिलता है, तो पार्टी को परिवारवाद के आरोपों का सामना करना पड़ सकता है। डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, पूर्व एमएलसी निर्मला पासवान की पैरवी में हैं। निर्मला पासवान पासी बिरादरी से आती हैं,और पार्टी इस वर्ग को साधने के लिए उन्हें टिकट दे सकती है।
वहीं, सपा ने मुज्तबा सिद्दीकी को प्रत्याशी बनाया है, जो पूर्व विधायक रह चुके हैं। बसपा ने अपने पहले से घोषित प्रत्याशी शिवबरन पासी का टिकट काटकर जितेंद्र सिंह को मैदान में उतारने की योजना बनाई है। लोकसभा चुनाव में सपा और भाजपा के बीच कांटे की टक्कर हुई थी, जिसमें भाजपा के प्रवीण पटेल मामूली वोटों से ही जीत पाए थे। ऐसे में फूलपुर विधानसभा सीट पर भी सपा और भाजपा के बीच कड़ा मुकाबला होने की संभावना है। भाजपा के महानगर अध्यक्ष राजेंद्र मिश्र ने बताया कि टिकट के लिए 40-50 लोगों ने दावेदारी की गई है और पार्टी एक या दो दिनों में अपने प्रत्याशी की घोषणा कर देगी। पार्टी कार्यकर्ता और पदाधिकारी चुनाव की तैयारियों में पूरी तरह से जुटे हुए हैं,और बूथ स्तर पर पहुंचकर प्रचार-प्रसार कर रहे हैं।
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