Pilibhit : सफारी वाहनों से बाघ को घेरने के मामले में कमिश्नर ने मांगी रिपोर्ट, गाज गिरना तय 

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Published By Monis Khan
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पीलीभीत, अमृत विचार। पीलीभीत टाइगर रिजर्व में सफारी वाहनों से बाघ घेरने का मामला मंडल स्तर पर जा पहुंचा है। मंडलायुक्त ने इस पूरे मामले में डीएम को कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। वहीं डीएम ने टाइगर रिजर्व के डिप्टी डायरेक्टर से मामले की जानकारी की है। इधर इस बड़ी लापरवाही के मामले में बराही रेंज के क्षेत्रीय वनाधिकारी के बाद अब पर्यटन प्रभारी का भी स्पष्टीकरण तलब किया गया है। इस मामले में अब चालक-गाइडों के साथ अन्य पर भी कार्रवाई की गाज गिर सकती है।

पीलीभीत टाइगर रिजर्व के पर्यटन सत्र के दौरान बीते रविवार शाम बराही रेंज स्थित साइफन पुल पर सफारी वाहनों से बाघ को घेरने का मामला सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। वायरल वीडियो में करीब 04 से 05 सफारी वाहन पुल के दोनों छोर पर खड़े दिखाई दिए थे। पुल के बीचोंबीच खड़ा बाघ असहज होता दिख रहा था। सफारी वाहनों के चालक और गाइड भी पर्यटन नियमों को तांक पर रखकर सैलानियों के साथ बाघ देखने में मशगूल दिखाई दे रहे थे। 

गनीमत यह रही कि उस दौरान कोई दुर्घटना नहीं हुई। बाद में एक छोर से सफारी वाहन हटने पर बाघ जंगल की ओर से चला गया। जिसके बाद महकमे में खलबली मच गई थी। मामला संज्ञान में आने पर डिप्टी डायरेक्टर मनीष सिंह ने उप प्रभागीय वनाधिकारी माला रुद्रभान सिंह को जांच करने के आदेश दिए थे। वहीं बाघ को सफारी वाहनों से घेरने वाले चालकों और नेचर गाइडों को भी पड़ताल शुरू की गई थी। साथ ही बराही रेंज के क्षेत्रीय वनाधिकारी अरुण मोहन श्रीवास्तव समेत अन्य कर्मचारियों को नोटिस जारी किया गया था।

इधर अब इस मामले का मंडलायुक्त भूपेंद्र एस चौधरी ने भी संज्ञान लिया है। बताते हैं कि मंडलायुक्त ने डीएम ज्ञानेंद्र सिंह ने इस पूरे मामले की जानकारी लेते हुए कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। वहीं डीएम ने भी टाइगर रिजर्व के डिप्टी डायरेक्टर मनीष सिंह ने पूरे मामले की जानकारी ली है। पर्यटन के दौरान हुई बड़ी चूक के मामले में विभागीय जांच शुरू हो चुकी है। उप प्रभागीय वनाधिकारी माला रुद्रभान सिंह द्वारा मामले की जांच की जा रही है। संभवता एक-दो दिन में जांच पूरी होने के बाद इस मामले में दोषी पाए गए लोगों पर कार्रवाई की जाएगी।

जिम्मेदारों पर भी उठी उगंलियां, पर्यटन प्रभारी को नोटिस
पीलीभीत टाइगर रिजर्व में पर्यटन सत्र के दौरान हुई इस बड़ी लापरवाही के बाद जिम्मेदारों पर भी ऊंगलियां उठने लगी है। बताते हैं कि रेंज स्तर से इस पूरे मामले को पहले तो गुपचुप तरीके से दबाने का प्रयास किया गया। इधर जब लापरवाही का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया तो मुख्यालय स्तर से ही मामले को संज्ञान में लेकर रेंज स्तर से जानकारी की गई। जबकि इतनी बड़ी लापरवाही की जानकारी रेंज स्तर से ही उच्चाधिकारियों को दी जानी चाहिए थी। चूंकि मामला पर्यटन से जुड़ा है ऐसे में अब पीलीभीत टाइगर रिजर्व पर्यटन प्रभारी सुरेंद्र गौतम का भी स्पष्टीकरण तलब किया गया है।

डिप्टी डायरेक्टर, पीटीआर मनीष सिंह ने बताया कि उक्त प्रकरण की जांच उप प्रभागीय वनाधिकारी माला द्वारा की जा रही है। इस मामले में संबंधित रेंज के क्षेत्रीय वनाधिकारियों के बाद पर्यटन प्रभारी का भी स्पष्टीकरण तलब किया गया है। जांच पूरी होने के बाद इस मामले में सख्त कार्रवाई की जाएगी। 

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