नई टाउनशिप में स्पोर्ट्स स्टेडियम भी बनाएगा BDA, पीलीभीत बाईपास रोड पर 267 हेक्टेयर में होगी विकसित
निजी एजेंसी बनाएगी स्टेडियम, अगले सप्ताह से भूमि अधिग्रहण भी शुरू
बरेली, अमृत विचार: बरेली विकास प्राधिकरण (बीडीए) पीलीभीत बाईपास रोड पर प्रस्तावित नई टाउनशिप के लिए अगले सप्ताह भूमि अधिग्रहण शुरू करेगा। इसके लिए बीडीए अधिकारियों ने सेक्टर-वार विकास कार्यों की कार्ययोजना बनाई है। मुख्यमंत्री के हाथों लोकार्पण के साथ ही परियोजना को धरातल पर उतारने की तैयारी है।
परियोजना में आमजन की सुविधाओं के साथ-साथ युवाओं का भी ख्याल रखा जाएगा और पीपीपी मोड पर स्पोर्ट्स स्टेडियम भी विकसित किया जाएगा। इस स्टेडियम में मंडल और प्रदेश स्तरीय खेल प्रतियोगिताएं आयोजित की जा सकेंगी।
बीडीए के अधिकारियों के अनुसार पीलीभीत बाईपास रोड पर बड़ा बाईपास से सटे नौ गांवों में 267 हेक्टेयर में विकसित होने वाली इस परियोजना को 13 सेक्टरों में बांटा गया है। पहले चरण में चार सेक्टरों में विकास की योजना बनाई गई है, इसके लिए 300 करोड़ रुपये सुरक्षित कर लिए गए हैं। अगले सप्ताह से ही भूमि अधिग्रहण शुरू किया जा सकता है। साथ ही सेक्टर-वार विकास कार्य भी शुरू कर दिया जाएगा। इसमें सड़क, सीवर-नाला, पार्क और विद्युत उपकेंद्र के कार्य हैं।
बीडीए उपाध्यक्ष डा. मनिकंडन ए ने बताया कि नई टाउनशिप में भूमिगत लाइनें, एम्यूजमेन्ट पार्क, कम्युनिटी सेंटर, होटल, अस्पताल, शैक्षिक संस्थान, साइबर सिटी, मल्टीप्लैक्स आदि की स्थापना का खाका खींचा गया है। परियोजना में युवाओं को खेल के क्षेत्र में आगे बढ़ने के अवसर प्रदान किए जा सकें और आमजन को आधुनिक सुविधाएं प्रदान की जा सकें, इसके लिए आधुनिक सुविधाओं से युक्त स्पोर्ट्स स्टेडियम बनाया जाएगा। जिसके निर्माण की जिम्मेदारी एक निजी एजेंसी को सौंपी जाएगी, जो संचालन की भी जिम्मेदारी लेगी। परियोजना के पूरा होने के बाद यह क्षेत्र शहर के प्रमुख आवासीय और खेल केंद्र के रूप में विकसित होगा, जिससे शहर की आर्थिक और सामाजिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान मिलेगा।
2276 किसानों से भूमि खरीदने की योजना
नई टाउनशिप के लिए बीडीए ने बड़ा बाईपास से सटे ग्राम अडुपूरा जागीर, आसपुर खूबचंद, अहिलादपुर, कुम्हरा, कलापुर, बरकापुर, मोहरनियां, हरहरपुर, नवदिया कुर्मियान की कुल 267.19 हेक्टेयर भूमि चिह्नित कर परिसंपत्तियों का भी चिह्नांकन किया है। जिसमें 2276 भू-स्वामियों-कृषकों से भूमि खरीदी जाएगी। योजना में 255.52 हेक्टेयर निजी भूमि और 11.66 हेक्टेयर ग्राम समाज-शासकीय भूमि है।
