खरमास से पहले तय हो सकता है भाजपा प्रदेश अध्यक्ष, PM मोदी ने संघ, संगठन और CM की रिपोर्ट पर फाइनल किए नाम

Amrit Vichar Network
Published By Muskan Dixit
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लखनऊ, अमृत विचार: उप्र. भाजपा अध्यक्ष को लेकर लंबे समय से चल रही चर्चा अब निर्णायक मोड़ पर पहुंच गई है। पार्टी सूत्रों के अनुसार, संघ, संगठन और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की रिपोर्ट मिलने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय नेतृत्व ने अध्यक्ष पद के संभावित नामों पर अंतिम सहमति बना दी है। संभावना जताई जा रही है कि खरमास शुरू होने से पहले ही नए प्रदेश अध्यक्ष की घोषणा कर दी जाएगी, ताकि संगठन को मिशन-2027 की तैयारियों में पूरी ऊर्जा के साथ उतारा जा सके। हालांकि नए राष्ट्रीय अध्यक्ष पर फैसला खरमास बाद होगा।

पार्टी के शीर्ष स्तर पर हुई हालिया बैठकों में कई दौर की चर्चा के बाद यह तय हुआ है कि प्रदेश अध्यक्ष ऐसा होना चाहिए, जो सरकार और संगठन के बीच समन्वय को मजबूत करे, सामाजिक समीकरणों को समझता हो और बूथ स्तर तक टीम को सक्रिय कर सके। लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजों ने संकेत दिया कि आगामी विधानसभा चुनावों में पार्टी को और अधिक रणनीतिक, संतुलित और संवाद-आधारित नेतृत्व की आवश्यकता होगी। पिछले दिनों भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से एक वरिष्ठ महिला नेता की मुलाकात को संगठनात्मक गलियारों में बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि इस बार महिला प्रदेश अध्यक्ष की संभावना को भी गंभीरता से परखा गया है। एक ओर भाजपा महिला सशक्तीकरण की राष्ट्रीय नीति को आगे बढ़ाना चाहती है, वहीं दूसरी ओर मिशन-2027 के लिए नए सामाजिक समीकरण गढ़ने में महिला नेतृत्व प्रभावी भूमिका निभा सकता है।

बिहार परिणाम के अध्ययन और प्रदेश में महिला 

मतदाताओं की निर्णायक बढ़त को देखते हुए भाजपा के भीतर यह राय बनी है कि यदि संगठन की कमान किसी महिला नेता के हाथों जाती है तो यह विपक्ष के सामाजिक अभियानों का भी प्रभावी जवाब होगा। हालांकि, अंतिम नाम अभी गोपनीय रखा गया है। पुरुष नेताओं में ओबीसी, ब्राह्मण और दलित समुदायों से जुड़े कई नामों पर भी मंथन किया गया है। पार्टी की कोशिश है कि अध्यक्ष ऐसा हो, जो क्षेत्रीय और सामाजिक संतुलन को ध्यान में रखते हुए संगठन को मजबूत कर सके। सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी को भेजी गई अंतिम सूची में चार से पांच नामों का पैनल है, जिनमें दो ओबीसी, एक ब्राह्मण, एक दलित और एक महिला नेता शामिल हैं। प्रदेश अध्यक्ष के चयन के बाद अगले चरण में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पर फैसला होगा। पार्टी के राष्ट्रीय स्तर पर भी बदलाव की चर्चा है। संगठन चाह रहा है कि राष्ट्रीय और प्रदेश दोनों स्तर पर नया नेतृत्व मिशन-2027 और मिशन-2029 की तैयारी एक साथ शुरू कर दे।

अध्यक्ष पद के लिए संभावित समीकरण

• महिला चेहरा : सोशल इंजीनियरिंग और महिला मतदाताओं को साधने की रणनीति
• ओबीसी विकल्प : पिछड़ा वर्ग में भाजपा की पैठ मजबूत रखने के लिए
• ब्राह्मण समीकरण : परंपरागत सवर्ण वोट बैंक के संतुलन के लिए
• दलित नेतृत्व : विपक्ष के पीडीए -एमवाई गठजोड़ का जवाब

मिशन-2027 का एजेंडा

• पंचायत (2026) और विधानसभा (2027) चुनाव की रणनीति को तेज करना।
• बूथ-स्तर संगठन मजबूत करना और एसआईआर पर विशेष ध्यान।
• सामाजिक-क्षेत्रीय संतुलन बनाए रखना -ओबीसी/दलित/ब्राह्मण समीकरण पर खास फोकस।

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