मुरादाबाद : पिता की डांट से नाराज बेटे ने फंदा लगाकर दी जान
बाइक में तेज आवाज के हार्न लगवाने को पिता ने किया था मना
बिलारी/मुरादाबाद, अमृत विचार। कोतवाली क्षेत्र के ग्राम कनोबी में पिता की डांट से क्षुब्ध होकर बेटे ने खेत में जाकर पेड़ में फंदा डालकर आत्महत्या कर ली। जब ग्रामीण खेत में पहुंचे तब घटना की जानकारी हुई। सूचना पर पहुंची कोतवाली पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया साथ ही फोरेंसिक टीम को बुलाकर साक्ष्य एकत्र कराए।
क्षेत्र के कनोबी गांव निवासी किसान धर्म सिंह का बेटा विशाल लोधी (17) मुरादाबाद में लाकड़ी रोड पर एक निजी फॉर्म में अपने तहेरे भाई रवि के साथ नौकरी करता था। उसने पुरानी बाइक लेकर उसमें तेज आवाज के बड़े हॉर्न लगवाए थे। जब विशाल बाइक में हॉर्न लगवा कर घर पहुंचा तब पिता धर्म सिंह ने उसे समझाया और कहा कि इतने बड़े हॉर्न नहीं लगवाने चाहिए थे। पुलिस बाइक का चालान कर देगी। जिस पर विशाल नाराज था। परिजनों के अनुसार शुक्रवार की सुबह भी विशाल के पिता ने उसे बाइक से हॉर्न निकलवाने को कहा था। यह बात विशाल को इतनी नागवार गुजरी कि वह सुबह लगभग 7:30 बजे घर से बिना कुछ बताए निकल गया। लगभग 9:30 बजे जब कुछ किसान खेत पर पहुंचे तब उन्होंने देखा कि शहतूत पेड़ पर एक युवक लटका हुआ है। इसके बाद तुरंत ही खेत मालिक अमर सिंह ने 112 नंबर पर पुलिस को फोन कर सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पेड़ से उतरवाया। सूचना पर विशाल के परिजन भी मौके पर पहुंचे तो उनके पैरो तले जमीन खिसक गई। इसके बाद परिजनों में कोहराम मच गया। पिता धर्म सिंह बेहोश होकर गिर गए और मां पुष्पा का भी हाल बेहाल हो गया। पीआरवी पुलिस ने कोतवाली प्रभारी लखपत सिंह को घटना की जानकारी दी। जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची साथ ही फोरेंसिक टीम को भी मौके पर बुला लिया। इसके बाद शव को पोस्टमार्टम को भिजवा दिया गया।
मृतक विशाल लोधी के तहेरे भाई रवि ने बताया कि पिछले एक साल से दोनों मुरादाबाद काम करने जा रहे थे। बताया कि विशाल सरल स्वभाव का युवक था। इसके अलावा परिवार में छोटा भाई विक्की और दो बहन काजल और यशोदा हैं। बताया कि दोनों बहनों की शादी हो चुकी है यशोदा की शादी अभी कुछ दिन पूर्व ही हुई है।
आत्महत्या करने से पहले फेसबुक स्टोरी पर लगाया था सुसाइड संबंधी गाना
बिलारी, अमृत विचार : पिता द्वारा बाइक में हॉर्न लगवाने का विरोध करने की बात को विशाल इस कदर दिल पर लगा लेगा इसका किसी को अनुमान नहीं था। विशाल कक्षा 8 तक ही गांव के जूनियर स्कूल में पढ़ा था। इसके बाद वह पिता के साथ खेतीबाड़ी के अलावा एक साल पहले मुरादाबाद के निजी फॉर्म में काम करने लगा था। जब शुक्रवार को उसने आत्मघाती कदम उठाने का फैसला लिया तब उससे कुछ समय पूर्व उसने अपनी फेसबुक स्टोरी पर सुसाइड संबंधी गाना लगाया था। जो युवा उसे देख रहे थे जब तक वह कुछ समझ पाते तब तक विशाल की मौत की खबर आ गई।
अपने आप को कोसते रहे धर्म सिंह
विशाल के पिता धर्म सिंह ने सपने में भी यह नहीं सोचा था कि विशाल उनकी इतनी छोटी सी बात को अपनी मौत की वजह बना लेगा। वह रोते हुए एक ही बात कह रहे थे कि उन्होंने तो उसे समझाने की बात कही थी पर उसने उनकी बात को अपनी मौत की वजह बना ली। अब मैं भी जी कर क्या करूंगा। बार-बार विशाल के पिता धर्म सिंह अपने आप को खत्म करने की बात कर रहे थे, वही मां पुष्पा, बहन काजल व यशोदा भी बेसुध होकर जमीन पर गिर गई। मौके पर रिश्तेदार और ग्रामीण बड़ी संख्या में परिवार को ढांढस बंधाते रहे।
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