Bareilly: बीडीओ, तकनीकी सहायक और सचिव से होगी वसूली, जांच में पकड़ा गया गोलमाल

बरेली, अमृत विचार: शेरगढ़ ब्लॉक क्षेत्र की ग्राम पंचायत हल्दी कला में कराए गए निर्माण कार्य का बोर्ड लगाए बिना ही हेराफेरी कर भुगतान कराने के मामले में बीडीओ, तकनीकी सहायक, सचिव समेत पांच लोग दोषी पाए गए हैं। ग्राम पंचायत में पौधराेपण के नाम पर भी गोलमाल किया गया। इसमें सचिव समेत तीन लोग फंसे हैं। मनरेगा लोकपाल ने जांच में गड़बड़ियां मिलने पर डेढ़ लाख की रिकवरी का आदेश दिया है।
पिछले महीने गांव के भगवान दास और नरेंद्र ने शिकायत की थी। मनरेगा लोकपाल शिशुपाल मौर्य ने प्रधान पर मनरेगा योजना के तहत शासकीय धन के दुरुपयोग के आरोपों के मामले में बीडीओ को सात दिन में जांच कर रिपोर्ट देने के लिए कहा था। मनरेगा लोकपाल के अनुसार इस मामले को बीडीओ ने गंभीरता से नहीं लिया। ऐसे में उन्होंने खुद ही शिकायत निवारण प्रक्रिया के तहत जांच शुरू की।
30 दिसंबर 2024 को पत्रावलियों की जांच की, जिसके बाद भौतिक सत्यापन के लिए वह 10 जनवरी को हल्दी कला पहुंचे और चार कार्य स्थलों का निरीक्षण किया। जांच के दौरान मौके पर कराए गए कार्याें के लिए नागरिक सूचना बोर्ड नहीं लगा मिला, जबकि बोर्ड लगाने का भुगतान भी करा लिया गया।
एक बोर्ड के 5 हजार रुपये के हिसाब से चार बोर्ड का 20 हजार रुपये का भुगतान कराया गया। मनरेगा एसओपी के अनुसार इसके चार गुना की वसूली 80 हजार रुपये बनी है। प्रकरण में बीडीओ, लेखाधिकारी, सचिव, तकनीकी सहायक, अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी दोषी पाए गए हैं। सभी से 16-16 हजार रुपये की वसूली होगी।
उन्होंने बताया कि इसके अलावा ग्राम पंचायत में पौधरोपण के लिए एक लाख 20 हजार रुपये के पौधे एजेंसी से खरीदने के नाम पर मनरेगा से बजट खर्च किया गया। इसके अलावा पौधे लगाने के लिए 28 हजार 542 रुपये दिखाए गए। जबकि पौधे वन विभाग नि:शुल्क उपलब्ध कराता है।
ग्राम प्रधान, पंचायत सचिव और तकनीकी सहायक से 1 लाख 48 हजार 542 रुपये की रिकवरी का आदेश जारी किया गया है। तीनों दोषियों को मनरेगा के खाते में रुपये जमा करने होंगे। जांच और कार्रवाई की रिपोर्ट जिलाधिकारी, अपर आयुक्त ग्राम विकास मनरेगा लखनऊ को भेज दी गई है।
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