बरेली: अनूप की किडनैपिंग तो ड्रामा थी...असल में 15 लाख फिरौती के लिए रिश्तेदार का किया था अपहरण

हरीश का अपहरण कर मांगी थी 15 लाख फिरौती, अपनी पत्नी को भी अनूप ने कराया था फोन

बरेली: अनूप की किडनैपिंग तो ड्रामा थी...असल में 15 लाख फिरौती के लिए रिश्तेदार का किया था अपहरण

बरेली, अमृत विचार। दो दिन से लापता थाना बारादरी क्षेत्र के रहने वाले रिटायार्ड लेखपाल के बेटे के अनूप सिंह कटियार के अपहरण के मामले पुलिस ने सोमवार देर रात मुठभेड़ में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया था। लेकिन मंगलवार दोपहर एसएसपी अनुराग आर्य ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर चौंकाने वाला खुलासा किया। वारदात का मास्टरमाइंड न सिर्फ अनूप खुद निकला। बल्कि उसने बांदा निवासी अपने तहरे भाई हरीश कटियार का अपहरण 15 लाख फिरौती की रकम ऐंठने के लिए किया। पूरे मामले में पुलिस ने अनूप समेत आठ लोगों को गिरफ्तार किया। साथ ही अनूप के तहेरे भाई हरीश को सकुशल बरामद कर लिया।

दरअसल 19 जनवरी को थाना बारादरी की गणेशपुरम कॉलोनी निवासी अनूप सिंह कटियार की पत्नी किरन ने पांच लाख की फिरौती के लिए फोन आने के बाद उसके अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। अनूप की बरामदगी के लिए एसएसपी अनुराग आर्या ने टीमों का गठन कर दिया। सोमवार देर रात पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर भोजीपुरा थाना क्षेत्र के गांव मियांपुर में उदित के घर दबिश देकर अनूप के चचेरे भाई बांदा निवासी हरीश कटियार को बरामद किया। हरीश को कमरे में ताला डालकर बंद किया गया था। मियांपुर  निवासी मकान मालिक उदित, उमाशंकर, लाली पत्नी अंकित को हरीश की निगरानी में लगाया गया था। पूछताछ में पता चला कि हरीश के चचेरे भाई अनूप कटियार, अंकित उर्फ विनीत, खेमेंद्र, शाहिद, ललित, आकाश, रजत उर्फ रमेश, व वीरू उर्फ वीरपाल दो गाड़ियों से दो दिन पहले हरीश को यहां छोड़कर गए थे। निगरानी के एवज में रुपयों का लालच दिया था। रात में ही हरीश को दूसरी जगह शिफ्ट किया जाना था लेकिन उससे पहले ही पुलिस पहुंच गई। अनूप ने ही अंकित से अपनी पत्नी ममता को फोन कराकर पांच लाख की फिरौती मंगवाई और हरीश की पत्नी ज्योति को फोन कर 15 लाख की फिरौती मांगने को कहा।

मियांपुर से मिले इनपुट के बाद पुलिस की एक टीम ग्राम घुरसमसपुर की तरफ और दूसरी टीम दोहराटांडा रोड की तरफ चल दी। जहां पुलिस को दो गाड़ियां आती दिखाई दीं, लिहाजा कार सवारों ने खुद को पुलिस से घिरा देख भागने का प्रयास किया, लेकिन कामयाब नहीं हुए और पुलिस पर आठ राउंड फायरिंग कर दी। जवाबी फायरिंग में आंकित उर्फ विनीत कटियार, शाहिद, वीरू उर्फ वीरपाल घायल हो गए। मुठभेड़ में एसएसआई रोहित शर्मा व हेड कॉन्सटेबल असलम भी घायल हुए। घायलों को अस्पताल में इलाज के लिए भिजवाया गया।

कर्ज से परेशान होकर बनाई अपहरण की योजना
पूछताछ में अनूप कटियार व उसके साथी आकाश निवासी थाना नवाबगंज क्षेत्र ने पुलिस को बताया कि वह मूल रूप से हरदोई के रहने वाले हैं। अनूप के पिता के लेखपाल पद से रिटायर होने के बाद एक मकान पवन विहार कालोनी में बना लिया है। हरीश कटियार उसका तहेरा भाई है और अंडे का थोक व्यापार करता है। पूर्व में भी कई बार हरीश ने अनूप की मदद की थी। आर्थिक स्थिति खराब होने की वजह से हरीश से तीन लाख रुपये मांगे थे और उसने 15 दिन बाद देने का वादा भी किया था। लेकिन जिनसे कर्ज लिया था वो लोग परेशान कर रहे थे इसलिए दूसरे तरीके से पैसा निकालने की योजना बनाई।

पिछले तीन चार महीने से बना रहे थे अपहरण की योजना
पुलिस के मुताबिक करीब अनूप करीब तीन से चार महीने से हरीश के अपहरण की प्लानिंग कर रहा था। एक महीने पहले भी हरदोई में अपहरण का प्रयास किया गया था। ये पूरा गैंग किसी ऐसे व्यक्ति के अपहरण की फिराक में था जहां से इन्हें पैसे मिल जाएं। दो जगह अपहरण की कोशिशें की भी गईं लेकिन एक जगह सीसीटीवी और दूसरी जगह भीड़भाड़ की वजह से प्रयास सफल नहीं हो पाया। अंत में हरीश का अपहरण बांदा से किया गया। जहां अनूप के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज हुई।

यही समझता रहा कि अनूप भी किडनैप हुआ है
अनूप और उसके साथियों के चंगुल से छूटे हरीश के मुताबिक वो यही समझता रहा कि उसके साथ अनूप का भी अपहरण हो गया है। 17 जनवरी को अनूप बांदा में उसके कमरे पर आया और कहा कि चित्रकूट जाने के लिए उसके कुछ साथी आ रहे हैं, तुम भी साथ चलो। लेकिन उसका अंडो के व्यापार का सीजन होने की वजह से जाने से मना कर दिया। रात को दोनों कमरे पर सो रहे थे कुछ लोग अंदर दाखिल हुए और कंबल डालकर जबरदस्ती बाहर ले गए और गाड़ी में बैठा लिया। कंबल हटा तो एक व्यक्ति ने उसके तमंचा लगा रखा था और गाड़ी अनूप चला रहा था। उसे बताया गया कि अनूप और उसका अपहरण हो गया है।

प्यास लगने पर पिलाते थे शराब
आरोपियों के चंगुल से छूटने के बाद हरीश ने बताया कि उसको प्यास लगती तो आरोपी पानी की जगह शराब पिलाते थे, ताकि वह नशे में रहे। उसे इतना होश था कि गाड़ी लेकर शाहजहांपुर और अन्य स्थानों पर घूमते रहे। इसके बाद एक अंधेरी कोठरी में डालकर बंद कर दिया गया। पूरे मामले में पुलिस ने अनूप, अंकित उर्फ विनीत, शाहिद, वीरू उर्फ वीरपाल, आकाश, उमाशंकर, उदित और अंकति की पत्नी लाली को गिरफ्तार किया है।