World Cancer Day 2025 : हर साल साढ़े चार लाख लोगों को तंबाकू से हो रहा कैंसर, यह लक्षण हो तो तुरंत कराएं इलाज

तंबाकू ही कैंसर का सबसे बड़ा कारण, तंबाकू न खाएं तो कैंसर की नौबत नहीं

World Cancer Day 2025 : हर साल साढ़े चार लाख लोगों को तंबाकू से हो रहा कैंसर, यह लक्षण हो तो तुरंत कराएं इलाज

डॉ. पवन गुप्ता, कैंसर विशेषज्ञ।

मुरादाबाद, अमृत विचार। हर साल 4 फरवरी को पूरी दुनिया में विश्व कैंसर दिवस मनाया जाता है। यह दिन कैंसर के प्रति जागरूकता बढ़ाने, इसके बारे में जानकारी फैलाने और इस बीमारी से लड़ने के लिए वैश्विक स्तर पर प्रयासों को मजबूत करने का एक खास मौका देता है। चिकित्सकों की मानें तो कैंसर का सबसे बड़ा कारण तंबाकू है। अगर लोग समय पर तंबाकू का इलाज कराकर उसे छोड़ दे तो कैंसर की नौबत ही नहीं आएगी।

मौजूदा समय में कैंसर दुनिया भर में मौत के बड़े कारणों में से एक है और इसके बढ़ते मामलों को देखते हुए इस दिन का महत्व और भी ज्यादा बढ़ जाता है। विश्व कैंसर दिवस का उद्देश्य न केवल लोगों को इस बीमारी के प्रति जागरूक करना है, बल्कि इसके बचाव, उपचार और रोकथाम के लिए मिले-जुले प्रयासों को बढ़ावा देना भी है। तंबाकू का सेवन ही कैंसर का सबसे बड़ा कारण है। तंबाकू की वजह से शरीर के बहुत से भागों में कैंसर जल्द फैलता है। इससे बचने के लिए तंबाकू को आज ही छोड़ देना चाहिए। यह कहना है कि कैंसर विशेषज्ञ डॉ. पवन गुप्ता का। उन्होंने बताया कि आज देश में हर साल साढ़े चार लाख लोग तंबाकू से ही कैंसर का शिकार हो रहे हैं। उनका यह भी कहना है कि अगर लोग तंबाकू खाना छोड़ दें तो देश में कैंसर के कारण खुद कम हो जाएंगे। 

उन्होंने यह भी बताया कि तंबाकू खुद एक बीमारी हो गई है, लेकिन इसका इलाज समय पर कर लें तो कैंसर की नौबत नहीं जाएगी। उन्होंने सभी से कहा कि अगर आपके परिवार, आसपास और रिश्तेदारी में कोई तंबाकू का सेवन करता है तो उसे रोकें। अगर किसी को तंबाकू खाने से रोकेंगे तो आप उसे कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी से बचा रहे है।

तंबाकू से 13 करोड़ लोगों को कैंसर की संभावना
कैंसर विशेषज्ञ डॉ. पवन गुप्ता ने अमृत विचार से बातचीत के दौरान बताया कि आज इंसान को कैंसर तक ले जाने में सबसे बड़ा हाथ तंबाकू का ही होता है। मौजूदा समय में डब्ल्यूएचओ ने तंबाकू को ही एक बीमारी घोषित कर दिया है। उन्होंने बताया कि देश में लगभग 26 करोड़ लोग तंबाकू का सेवन कर रहे है। इसमें से 13 करोड़ लोगों को कैंसर की पूरी-पूरी संभवना है। अगर हमने इसे नहीं रोका तो आगे चलकर यह सभी लोग कैंसर की चपेट में आ जाएंगे, इसलिए हम लोगों को ऐसे लोगों पर ध्यान देना है।

कैंसर का इलाज संभव
कैंसर विशेषज्ञ डॉ. पवन गुप्ता बताते है कि कैंसर का इलाज संभव है। इसके लिए कैंसर विशेषज्ञ चिकित्सक अपने देश में मौजूद हैं। उन चिकित्सकों से हम समय पर इलाज कराएं तो इस बीमारी से बच सकते हैं।

यह लक्षण हो तो तुरंत कराएं इलाज
चिकित्सकों का कहना है कि कैंसर की पहली स्टेज में खून की उल्टी आना, खांसी आना, वजन कम होना मुख्य लक्षण हैं। अगर इस स्टेज में कैंसर का पता लग जाए तो मरीज की जान को 90 फीसद तक बचाया जा सकता है, जबकि कैंसर का पता लगाने के लिए कई प्रकार के टेस्ट होते हैं। कैंसर की पहली स्टेज में मरीज की जान को 90 फीसद तक बचाया जा सकता है, लेकिन बाद में इसका चांस धीरे-धीरे कम होता है। वहीं चिकित्सकों का कहना है कि दूसरी स्टेज में मरीज की जान बचने के 75 फीसद चांस होते हैं तो तीसरी स्टेज में 50 फीसद।

चौथी स्टेज पर जान बचना हो जाती है मुश्किल
कैंसर विशेषज्ञ चिकित्सकों का कहना है कि चौथी स्टेज में मरीज को बचाना मुश्किल हो जाता है। अगर बच भी जाए तो मरीज का जीवन दवा पर ही टिक जाता है।

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