शाहजहांपुर: ज्ञान धारा चारे के जहरीला होने की आशंका, पशुओं को न खिलाने की अपील
सीवीओ ने कहा चारे की रिपोर्ट आने तक पशुओं का न दें इस ब्रांड का आहार

शाहजहांपुर, अमृत विचार। अल्लाहगंज क्षेत्र में पशुओं की मौत और बीमार पड़ने के बाद पशु चिकित्सा विभाग ने ज्ञान धारा ब्रांड के पशु चारे को संदिग्ध माना है और आईवीआरआई से जांच रिपोर्ट आने तक पशुपालकों से इस चारे का प्रयोग न करने की अपील की है।
अल्लाहगंज क्षेत्र में चार भैंसों की संदिग्ध हालात में मौत हो गई है। इसके अलावा भारी संख्या में भैंसें बीमार हो गई हैं। पशुपालकों ने इसके लिए हरदोई की मिल्क एंड फूड प्रोडक्ट प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के ज्ञान धारा नमक चारे को जिम्मेदार बताया है। कहा जा रहा है कि यह चारा जहरीला है। जिसको खाने से पशुओं की मौत हो रही है। इसके बाद चारे को आईवीआरआई बरेली जांच के लिए भेजा गया है। जबकि प्रिजर्व किया गया विसरा मुरादाबाद की लैब में जांच के लिए भेजा गया है। विसरा और चारे का सैंपल ही वह चीज है, जिससे पशुओं की मौत का सही कारण पता चल सकेगा। हालांकि पशु चिकित्सा विभाग ने चारे को संदिग्ध माना है। मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. राजेंद्र गंगवार ने पशुपालकों से ज्ञान धारा पशु आहार अपने पशुओं को न खिलाने की अपील की है। उन्होंने कहा है कि चारे की गुणवत्ता में गड़बड़ी की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता है। ऐसे में पशुपालकों को सावधान किया जाता है कि जब तक आईवीआरआई बरेली से रिपोर्ट नहीं आ जाती, तब तक वह अपने पशुओं को ज्ञान धारा नामक पशु आहार न खिलाएं। यह पशुओं के लिए घातक हो सकता है।
जहरीला पशु आहार खाकर मरी भैंसों की संख्या हुई सात
अल्हागंज। बाईपास हाईवे पर गांव फतेहपुर के सामने चल रही सीपी मिल्क एंड फूड प्रोडक्ट कंपनी फर्रुखाबाद की ओर से दुग्ध उत्पादकों को बेचा गया था ज्ञान धारा पशु आहार क्या वास्तव में जहरीला था। इसकी पुष्टि के लिए रविवार को मरी चार भैंसों का पोस्टमार्टम के बाद विसरा जांच के लिए भेजा गया है। पशु आहार का सैंपल भी जांच के लिए भेजा गया है। वहीं मरने वाली भैंसों की संख्या सात हो गई है।
भैंसों के मरने का सिलसिला शनिवार से ही शरू हो गया था। इसकी सूचना सीवीओ शाहजहांपुर को दी गई थी। सीवीओ के आदेश पर मिर्जापुर के पशु चिकित्सक और अल्हागंज के पशु चिकित्सालय के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी ने मिलकर मरे चार पशुओं का पोस्टमार्टम किया था। पशुपालक बताते हैं कि पोस्टमार्टम के समय पशु आहार फैक्ट्री के एक जोनल अधिकारी भी मौके पर थे। बता दें रविवार को गांव फतेहपुर निवासी राधेश्याम यादव की दो भैंस, जिनकी कीमत करीब दो लाख, संतोष वर्मा की एक भैंस कीमत 80 हजार तथा गांव निबो नगला निवासी राम हरि की एक भैंस कीमत करीब 80 हजार थी, जिनका पोस्टमार्टम हो गया था। सोमवार को फतेहपुर के ही निवासी शेर सिंह की एक बीमार भैंस भी मर गई। सोमवार शाम को रघुनंदन फतेहपुर की एक भैंस तथा राधेश्याम की पडिया मर गई, अब कुल मिलाकर सात भैसें मर चुकी हैं। सोशल मीडिया पर जनपद हरदोई के शाहाबाद और ब्लाक वावन के गांव टेहरिया पूर्व में चार भैंसों की मौत, आठ बीमार, तेरिया गांव में 8 भैंस और दो बैलों के मरने की खबर चल रही है।
पशुपालकों के प्राप्त प्रार्थना पत्रों के आधार पर मैनेजर के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है, अभी उनके विसरा की रिपोर्ट आई नहीं है। रिपोर्ट प्राप्त होने पर संबंधित धाराओं को दर्ज रिपोर्ट में बढ़ाया जाएगा। -ओम प्रकाश, थाना प्रभारी, अल्हागंज
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