Kanpur: रमजान के पहले जुमा पर मस्जिदें फुल, सरकार के दिशा-निर्देश पर सड़कों पर नहीं अदा की गई नमाज

Amrit Vichar Network
Published By Deepak Shukla
On

कानपुर, अमृत विचार। रमजान-उल-मुबारक के पहले जुमा पर मस्जिदें फुल रहीं। पहले हजारों लोग सड़कों पर जुमा की नमाज अदा कर लेते थे लेकिन अब प्रदेश सरकार ने सड़क पर नमाज अदा करने पर रोक लगा दी है। जिसके चलते रोजेदारों ने सड़क पर नमाज नहीं पढ़ी। पेशइमाम ने मस्जिदों में कई-कई बार नमाज अदा करायी।

शुक्रवार को जुमा की नमाज अदा करने के लिए नमाज के समय से 3-3 घंटे पहले लोग मस्जिद पहुंच गए ताकि उन्हें मस्जिद में जगह मिल जाए। जामा मस्जिद शफियाबाद चमनगंज में दोपहर 1 बजे नमाज होती है लेकिन ये मस्जिद 11 बजे ही फुल हो गई। हलीम प्राइमरी मस्जिद में भी दोपहर 1 बजे नमाज का समय है लेकिन यहां भी 11 बजे मस्जिद में जगह नहीं थी। उधर सुरक्षा की दृष्टि से इलाकाई पुलिस गश्त करती रही।
मुस्लिम बहुल इलाकों में नहारी कुलचे, शीरमाल, बंद मक्खन, रेडीमेड कपड़े, ब्रांडेड कपड़ों की दुकानें सज गई हैं। खाने पीने की सबसे ज्यादा दुकानें चमनगंज के अजमेरी चौराहा पर लगी हैं। 

हलीम ग्राउंड पर सबसे बड़ी तरावीह खत्म 

हलीम ग्राउंड पर रमजान की 6 तारीख को कुरआन सुनने का सिलसिला पूरा हो गया। तहरीक सलात कमेटी द्वारा आयोजित कार्यक्रम में हाफिज कारी सैफ उल्लाह कादरी ने तरावीह की नमाज अदा कराई। मुअज्जिन का काम शादा रजा ने किया। तरावीह खत्म होते ही लोगों ने एक दूसरे गले लगाया और रमजान की मुबारकबाद दी। इस दौरान मिष्ठान वितरण किया गया। कमेटी के चेयरमैन मोहम्मद शकील ने मेहमानों का शुक्रिया अदा किया। कमेटी के सरपरस्त आफताब कुरैशी, सुल्तान भाई, नसीम भाई, पार्षद लियाकत अली, इम्तियाज,शाहद मास्टर शहनवाज आलम आदि थे।   

यह भी पढ़ें- Kanpur: खाद्य सुरक्षा अधिकारियों ने पकड़ा नौ क्विंटल खोवा, मिलावट के संदेह पर कराया गया नष्ट

 

संबंधित समाचार