Saurabh Murder Case: हत्या से पहले शव को ठिकाने लगाने के लिए लोगों से तरकीब पूछती थी मुस्कान

Amrit Vichar Network
Published By Muskan Dixit
On

मेरठ, अमृत विचारः उत्तर प्रदेश के मेरठ के थाना ब्रह्मपुरी क्षेत्र के इंदिरा नगर में हुए सौरभ कुमार हत्याकांड देश में सनसनी मचा दी। इस हत्याकांड में एक के बाद एक चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। जिसने हर किसी को झकझोर कर रख दिया है। दोनों के लिए लोगों का गुस्सा बढ़ता ही जा रहा है। सौरभ को मारने की प्लानिंग पत्नी मुस्कान और उसके प्रेमी साहिल काफी समय से सच रहे है। सौरभ को मारने के लिए उस्तरा और चाकू तैयार किया। 

लोग दोनो को कड़ी सजा देने की मांग कर रहे हैं। मुस्कान और साहिल ने जिस तरह से सौरभ की हत्या को अंजाम दिया उससे पुलिस तक सन्न है। कहा जा रहा है कि मुस्कान इतनी शातिर थी कि उसने पति की हत्या से पहले ही परिवार और पड़ोसियों को झांसा देना शुरू कर दिया था। उसने सभी को मनगढ़ंत कहानियां बनानी शुरू कर दी थी। लोगों को बताना शुरू कर दिया कि वह अपने पति के साथ बाहर घूमने जा रही है। इसी बीच उसने घर में ताला लगाकर चोरी-छिपे घटना को अंजाम दे दिया। 

मुस्कान और साहिल ने शारदा रोड से मीट काटने वाले से 800 रुपये के दो चाकू, 300 रुपये में उस्तरा खरीदा था और पॉली बैग खरीदे। दोनों ने नवंबर में ही गांव-गांव जाकर यह पता किया था कि जानवर के मरने पर कहां दफ्न किया जाता है, ताकि हत्या करने के बाद वह सौरभ का शव वही दफ्न कर सकें। किसी को इसका पता भी न चले। तीन मार्च को सौरभ अपनी मां रेणु के घर से कोफ्ते की सब्जी लाया था। उसने लोकी के कोफ्ते गर्म करने के लिए मुस्कान को दिए। जिसके बाद मुस्कान ने सब्जी में नींद की दवाई और नशीली दवाइयां मिला दीं। इसके बाद सौरभ सो गया। 

पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हुए कई चौकाने वाले खुलासे

सौरभ के सोते ही मुस्कान ने अपने प्रेमी साहिल को कॉल करके घर बुलाया। साहिल घर पहुंचा और दोनों ने मिलकर चाकू से ताबड़तोड़ वार कर सौरभ को मार डाला। इसके बाद शव को बाथरूम में ले जाकर उस्तरे से सबसे पहले उसकी गर्दन काटी। इसके बाद हाथ और हाथ की कलाइयों को काटा। दोनों ने योजना बनाई थी की शव के टुकड़े-टुकड़े करके उसके पॉली बैग में भरकर अलग-अलग स्थान पर फेंकने का प्लान था। दोनों ने सौरभ के धड़ को पॉली बैग में भरकर डबल बेड के बॉक्स में रख दिया। शरीर के 15 टुकड़े करके उसे ड्रम में भरकर सीमेंट जमा दी। उन्होंने बताया कि सीमेंट डालकर स्किन को गलाने की कोशिश की गई। बॉडी कई पार्ट्स में थी। दांत हिल रह थे स्किन ढीली पड़ गई थी। सीएमओ डॉक्टर अशोक कटारिया ने कहा कि उन्होंने अपने 30 साल के करिअर में ऐसा केस आज तक नहीं देखा।

छह साल की बेटी बोली- पापा ड्रम में हैं...

सौरभ की छह साल की बेटी आसपास के लोगों से बताती रही की पापा ड्रम में बंद है, लेकिन लोगों ने उसकी बातों को मजाक समझकर छोड़ दिया। आस-पास के लोगों को लगा कि शायद ये मस्ती कर रही है। 

यह भी पढ़ेः बिहार: सीतामढ़ी में होस्टल का खाना बना काल, 30 छात्राओं की तबीयत बिगड़ी 

संबंधित समाचार