काकोरी हत्याकांड: फर्जी पहचान पत्र लिया था सिम, मनोज को किया 35 कॉल, सिपाही ने कुछ ऐसे रची थी पत्नी के प्रेमी की हत्या की साजिश
लखनऊ, अमृत विचार। लखनऊ के काकोरी के ईंटगांव बरकताबाद नदवा मार्ग पर शुक्रवार रात मनोज (26) और रोहित (25) की गला रेतकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने रविवार को इस वारदात का खुलासा कर दिया। दोहरे हत्याकांड में पुलिस ने तेजकिशनखेड़ा निवासी सिपाही महेंद्र कुमार और उसकी पत्नी अंकिता को गिरफ्तार कर लिया।
हत्याकांड की साजिश सिपाही ने दोस्तों और पत्नी के साथ मिलकर एक माह पहले ही रच डाली थी। इसके लिए फर्जी नाम पते पर एक सिम लिया। पत्नी के मोबाइल से कॉल कर उसके प्रेमी मनोज को बुलाया। मनोज के साथ रोहित भी पहुंच गया। इसके बाद दोनों की गला रेतकर हत्या कर दी गई।
डीसीपी पश्चिमी विश्वजीत श्रीवास्तव के मुताबिक तेजकिशन खेड़ा निवासी महेंद्र 2018 में यूपी पुलिस में बतौर सिपाही भर्ती हुआ था। उसकी तैनाती वर्तमान में लखीमपुर खीरी पुलिस लाइन में हैं। महेंद्र की शादी 2021 में बरकताबाद निवासी अंकिता उर्फ दीपिका से हुई थी।
पुलिस के मुताबिक पानखेड़ा निवासी मनोज का अंकिता से शादी के काफी पहले से प्रेम संबंध था। दोनों इलाके के एक निजी स्कूल में पढ़ाई करते थे। शादी के बाद भी अंकिता और मनोज के संबंध कायम रहे। दोनों के बीच बातचीत होती थी। इसकी जानकारी अंकिता के पति महेंद्र को 24 दिसंबर 2024 को हुई। उसने दोनों के संबंध पर आपत्ति की। पत्नी से विरोध दर्ज कराते हुए मनोज और उसमें एक को चुनने के लिए कहा। अंकिता पति के साथ रहने की बात की।
मनोज को किया 35 कॉल
डीसीपी पश्चिमी विश्वजीत के मुताबिक घटना के बाद मनोज और अंकिता के मोबाइल की कॉल डिटेल निकाली गई। इसमें वारदात वाले दिन साजिश के तहत अंकिता ने मनोज को 35 कॉल किया। उसे बरकताबाद पुलिया पर मिलने के लिए बुलाया। मनोज को अंकिता ने अकेले बुलाया था। पर, मनोज अपने दोस्त रोहित को भी साथ लेकर आ गया था।
दोनों के वहां पहुंचते ही घात लगाए बैठे सिपाही महेंद्र और उसके तीन साथियों ने हमला बोल दिया। दोनों की पिटाई की। इसके बाद हसिया से गला और कलाई काटकर मनोज की हत्या की। साथ ही रोहित को गला काटकर मार डाला। वारदात के बाद महेंद्र लखीमपुर चला गया। पुलिस लाइन पहुंचकर अपनी ड्यूटी करने लगा।
फर्जी पहचान पत्र लिया था सिम
डीसीपी पश्चिमी के मुताबिक सिपाही ने हत्या की साजिश पहले ही रच डाली थी। इसके लिए उसने फर्जी दस्तावेज पर दो सिम कार्ड खरीदे। एक अपनी पत्नी को दे दिया जबिक दूसरा अपने पास रख लिया। आरोपी ने फर्जी नाम व पते पर खरीदे गये सिम से पत्नी को मनोज से बात करने को कहा।
पर, पत्नी ने लापरवाही से अपने नंबर से मनोज को कई बार कॉल किया। दोनों में बातचीत भी हुई। जब पुलिस ने वारदात के बाद कॉल डिटेल खंगालनी शुरू की तो अंकिता का नंबर सामने आ गया। इनकी जांच करने पर पूरी कहानी सामने आ गयी। पूछताछ में अंकिता और उसके पति महेंद्र को गिरफ्तार कर लिया गया है।
वहीं, वारदात में शामिल तीन अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है। पुलिस के मुताबिक वारदात के बाद पुलिस को मौके से एक कटी उंगली भी मिली है। हालांकि वह उंगली किसकी थी अभी यह स्पष्ट नहीं हो सका है। पुलिस इसकी पड़ताल कर रही है। वारदात के बाद आरोपी सिपाही ने लखीमपुर के अस्पताल में अपना मेडिकल भी कराया था। पुलिस इसकी जानकारी जुटा रही है।
अयोध्या में वीआईपी ड्यूटी पर गया था महेंद्र
पुलिस के मुताबिक जांच में सामने आया कि आरोपी महेंद्र की अयोध्या में वीआईपी ड्यूटी लगी थी। वहां से ड्यूटी करने के बाद वापस लखीमपुर गया। फिर वारदात को अंजाम देने के लिए लखनऊ पहुंचा। शुक्रवार रात को वारदात को अंजाम देने के बाद तत्काल लखीमपुर खीरी के लिए निकल गया।
यह भी पढ़ें:-सपा सासंद के समर्थन में उतरे अखिलेश यादव, कहा- सुमन ने तो बस इतिहास का एक पन्ना पलटा है
