Bareilly: वक्फ बिल पर बोले अदनान मियां...हमारी शराफत को बुजदिली समझने की गलती पड़ेगी महंगी

बरेली, अमृत विचार। नबीरा-ए-आला हजरत व ऑल इंडिया रजा एक्शन कमेटी (आरएसी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अदनान रजा कादरी वक्फ संशोधन बिल को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि वक्फ संशोधन कानून के बहाने शरीयत में दखल देने की कोई भी कोशिश बर्दाश्त नहीं की जाएगी। हमारी शराफत और शांतिप्रियता को बुजदिली समझने की गलती सरकार को महंगी पड़ सकती है
मौलाना अदनान रजा कादरी ने कहा है कि मुसलमानों पर ज़ुल्म-ज्यादती करने के नए-नए रास्ते खोजने में जुटी सरकार यह भूल गई है कि हमारे बुज़ुर्गों ने अपनी संपत्तियां वक्फ की हैं, न कि किसी और की संपत्ति। अगर प्रबंधन के मामलों में गड़बड़ियां हैं तो संविधान के दायरे में रहते हुए उनकी निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। इसमें किसी को एतराज नहीं होगा, बल्कि हम इसमें आगे बढ़कर साथ देते ताकि जरूरतमंदों को उनका हक मिले। मस्जिद, कब्रिस्तान, मदरसे, यतीमखाने और हर तरह की वक्फ संपत्ति की हिफाजत के लिए सड़क से लेकर कोर्ट तक कोशिश करेंगे। उन्होंने कहा कि शरीयत के मुताबिक वक्फ की गई संपत्तियों के प्रबंधन में गैर-मुस्लिमों को शामिल करने की साजिश भी कामयाब नहीं होने दी जाएगी।
नबीरा-ए-आला हजरत ने कहा कि यह नया एक्ट केवल संख्या बल के आधार पर लागू किया जा रहा है। इसके पास होने और न होने में बहुत बड़ा अंतर नहीं है। हुकूमत यह न भूले कि सरकारें आती-जाती रहती हैं। उन्होंने कहा कि दरगाह आला हजरत और आरएसी ने ज़ुल्म के खिलाफ हमेशा आवाज उठाई है और इस बार भी हम पूरी ताकत लगाएंगे। बहुत जल्द उलमा और पदाधिकारियों की बैठक बुलाकर प्लान ऑफ एक्शन तैयार किया जाएगा ताकि मजबूती से आगे बढ़ा जा सके।
आला हजरत को चाहने और मानने वाले मुसलमान हिंदुस्तान के कोने-कोने में मौजूद हैं। हर प्रदेश और जिले में सक्रियता के साथ काम किया जाएगा। वक्फ संपत्तियों पर बुरी नजर डालने वालों को उनके मनसूबों में कामयाब नहीं होने दिया जाएगा। इसके लिए जो कुछ करने की जरूरत होगी, वो करने से हम पीछे नहीं हटेंगे।
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