विनय शंकर तिवारी के खिलाफ एक्शन में ईडी, गोरखपुर, लखनऊ समेत 8 परिसरों पर की छपेमारी, जानें मामला
लखनऊ। यूपी में बाहुबली नेता व पूर्व मंत्री रहें हरि शंकर तिवारी के बेटे और पूर्व विधायक विनय शंकर तिवारी के आवास समेत उनके कई परिसरों पर केंद्रीय जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम छापेमारी कर रही है। करीब 700 करोड़ के बैंक घोटाला से जुड़ा हुआ यह मामला है। ये छापेमारी विनय शंकर के लखनऊ, गोरखपुर और मुंबई समेत कई स्थानों गंगोत्री इंटरप्राइजेज के दफ्तरों पर की गई है।
बता दें कि 700 करोड़ के बैंक लोन घोटाला मामले में सीबीआई पहले से ही जांच कर रही है। अब उसी मामले में ईडी मनी लॉन्ड्रिंग मामले में छापेमारी की है। जानकारी के अनुसार ईडी द्वारा विनय शंकर को पहले कई नोटिस दी गई थी। लेकिन वो अपना बयान दर्ज कराने के लिए पेश नहीं हुए थे। जिसके बाद सोमवार सुबह में ही ईडी की टीम में विनय शंकर के कई ठिकानों पर छापेमारी कर दी।
गोरखपुर की चिल्लूपार से विधायक रहे विनय शंकर तिवारी ने बसपा में रहते हुए गंगोत्री इंटरप्राइजेज के नाम पर कई बैंकों से लोन लिया था। जिसके बाद बैंक ऑफ इंडिया के क्लस्टर में लोन देने वाले बैंक ने शिकायत की थी। बैंक की शिकायत पर सीबीआई ने केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू की थी। अब उसी मामले में ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग के तहत छापेमारी की है।
2023 में भी ईडी ने की थी छापेमारी
इससे पहले साल 2023 में ईडी ने विनय शंकर तिवारी के गोरखपुर स्थित आवास पर छापेमारी की थी। उस दौरान ईडी ने 72 करोड़ रुपये से ज्यादा की संपत्तियों को जब्त किया था। इसके साथ ही लखनऊ ईडी के जोनल ऑफिस ने पूर्व विधायक के गोरखपुर के साथ ही महराजगंज और लखनऊ स्थित आवास पर कुल 27 संपत्तियों को जब्त किया था।
