अंसल फर्जीवाड़े में आठ और रिपोर्ट दर्ज : करीब 33 लाख की ठगी का आरोप

अंसल फर्जीवाड़े में आठ और रिपोर्ट दर्ज : करीब 33 लाख की ठगी का आरोप

लखनऊ, गोरखपुर, अमेठी और अयोध्या के पीड़ित हुए शिकार

Fraud case in Ansal :हाइटेक टाउनशिप के नाम पर फर्जीवाड़ा करने वाले अंसल निदेशकों प्रणव अंसल, सुशील अंसल समेत अन्य के खिलाफ शिकायतों की संख्या कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। लखनऊ, गोरखपुर, अमेठी और अयोध्या के आठ पीड़ितों ने सुशांत गोल्फ सिटी थाने में धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज करायी है। कंपनी निदेशकों पर पीड़ितों ने करीब 33 लाख से अधिक की ठगी का आरोप लगाया है। इंस्पेक्टर अंजनी कुमार मिश्र ने बताया कि मामले की जांच शुरु कर दी है।

आलमबाग के पवनपुरी निवासी पुष्कर मिश्र ने बताया कि अगस्त 2008 में अंसल में संपर्क कर पत्नी गुंजन के नाम पर एक प्लॉट बुक कराया था। एग्रीमेंट कर पीड़ित ने जनवरी 2012 तक किस्तों में 12,35,195 रुपये अदा किए थे। 17 साल बाद भी अंसल निदेशकों ने न ही रजिस्ट्री की और न ही प्लॉट पर कब्जा दिया। वहीं, मूल रूप से रायबरेली निवासी नायाब खां गौतमपल्ली स्थित बंदरियाबाग में रहते हैं। उन्होंने वर्ष 2013 में 20 हजार रुपये टोकन मनी जमा कर अंसल में प्लॉट बुक कराया था। पीड़ित ने किस्तों में 5.30 लाख रुपये जमा किए थे। प्लॉट मिलने में टालमटोल देख पीड़ित ने कंपनी में संपर्क कर रुपये वापस मांगे। कंपनी ने आश्वासन दिया लेकिन न ही रुपये मिले और न ही प्लॉट।

 उधर, गोरखपुर के विजय नगर निवासी रमेश चंद्र ने बताया कि वर्ष 2009 में अंसल एपीआई में एक फ्लैट बुक कराकर 4,88,737 रुपये दिए थे। इसके अलावा रुचि खंड शारदा नगर निवासी पदमा त्रिपाठी ने वर्ष 2012 में 194 स्क्वायर गज का प्लॉट खरीदा था। इसके एवज में अंसल में 4.65 लाख रुपये जमा किए थे। वहीं, अमेठी जिला निवासी दुर्गा प्रसाद तिवारी ने अंसल के माध्यम से आस्था अपार्टमेंट में फ्लैट बुक कराकर 2,52,782 रुपये, अयोध्या निवासी अंजनी कुमार गुप्ता ने वर्ष 2013 में फ्लैट बुक कर 2.15 लाख दिए थे। इसके साथ ही चौक के सराय माली खां निवासी मनीष कुमार पुरी ने वर्ष 2013 में फ्लैट बुक कराकर 1,01,250 रुपये और विवेक खंड -3 निवासी अचला ने वर्ष 2014 में प्लॉट बुक कराकर रुपये दिए थे। 11 साल बाद भी प्लॉट नहीं मिला।

तुलसियानी बिल्डर्स ने फ्लैट के नाम पर महिला से ठगे 1.50 करोड़

तुलसियानी कंपनी पर फ्लैट के नाम पर दिल्ली की महिला ने 1.50 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का आरोप लगाया है। आरोप है कि कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर ने गोल्फ व्यू अपार्टमेंट में पेमेंट और एग्रीमेंट के बाद भी फ्लैट दूसरे को बेच दिया। पुलिस आयुक्त अमरेंद्र सिंह सेंगर के निर्देश पर सुशांत गोल्फ सिटी पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर ली है। इंस्पेक्टर अंजनी कुमार मिश्र ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।

दिल्ली के जसोला निवासी अंजू मंगला ने बताया कि वर्ष 2014 में विभूतिखंड साइबर टावर स्थित तुलसियानी कंपनी में संपर्क किया था। वहां उनकी मुलाकात मैनेजिंग डायरेक्टर अनिल कुमार तुलसियानी और अन्य अधिकारियों से हुई थी। बातचीत में कंपनी द्वारा सुशांत गोल्फ सिटी शहीद पथ पर बनाए गए तुलसियानी गोल्फ व्यू अपार्टमेंट में फ्लैट देने का झांसा दिया। अंजू ने 2982 वर्ग फुट के दो फ्लैट बुक कराए थे। दोनों फ्लैट की कीमत 1.50 करोड़ बताई गई थी। अंजू ने चेक के माध्यम से 1,26,80,000 रुपये और शेष 22.84 लाख रुपये नकद दिए थे।

पीड़िता की मांग पर कंपनी ने एग्रीमेंट कर दिया था। कुछ समय बाद पीड़िता को पता चला कि उनके फ्लैट की रजिस्ट्री कंपनी ने दूसरे को कर दी है। शिकायत पर कंपनी ने अन्य प्रोजेक्ट में फ्लैट देने का आश्वासन दिया। 10 साल बाद भी अंजू को फ्लैट नहीं मिला। संपर्क करने पर टालमटोल की गई। दबाव बनाने पर उन्हें धमकाया गया। 1.50 करोड़ की ठगी का एहसास होने पर पीड़ित अंजू मंगला ने पुलिस आयुक्त से मामले की शिकायत की। शुरुआती जांच के बाद सुशांत गोल्फ सिटी पुलिस ने मैनेजिंग डायरेक्टर अनिल कुमार और अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है।

 

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