बढ़ते तापमान का कहर : आम की सेहत के प्रति लापरवाही बरती तो होगा नुकसान
- कृषि विज्ञानी ने बागवानों को सिंचाई करने दी सलाह - कैटरपिलर या अन्य कीट लगने पर नीम ऑयल छिड़कें
लखनऊ, अमृत विचार। बढ़ते तापमान ने बागवानों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। इसके प्रकोप से आम की बढ़वार रुकेगी और मौसम इसी तरह रहा तो आए हुए फल भी सूख जाएंगे। इससे पैदावार कम होगी और गुणवत्ता में कमी आएगी। बेहतर यही होगा किसान सिंचाई करके नमी बनाएं। कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ विज्ञानी डॉ. अखिलेश कुमार दुबे ने बताया कि तापमान बढ़ता जा रहा है।
इसका प्रभाव आम की फसल पर पड़ेगा। अधिक तापमान से पेड़ में आए फलों की बढ़ावार नहीं होगी यानी आकार नहीं बढ़ेगा। ऐसी स्थिति में जो फल आए हैं वह सूख जाएंगे। ऐसी स्थिति में समय रहते फसल बचा सकते हैं। इसके लिए बागों की हर सप्ताह सिंचाई करते रहें। इससे नमी बनी रहेगी और फल का आकार बढ़ेगा। पैदावार के साथ गुणवत्ता बढ़ेगी।
इस समय आम के पेड़ों में कैटरपिलर कीट का प्रकोप तेजी से फैल रहा है। जो कोपले यानी आने वाली नई पत्तियां को खाकर नष्ट कर रहा है। इससे आगे नई पत्तियां व बौर नहीं आएगी। इस कीट से बचाव के लिए किसान प्रति लीटर पानी में 3-4 एमएल नीम ऑयल मिलाकर छिड़काव करे।
ऐसा तीन से चार दिन के अंतराल में करें। इससे कीट का प्रकोप खत्म हो जाएगा। फल व उसे खाने पर स्वास्थ्य को नुकसान नहीं पहुंचेगा। ध्यान रहे कि इस समय फल आने लगे हैं। ऐसी स्थिति में कैटरपिलर या कोई भी कीट लगने पर रासायनिक कीटनाशक का कतई इस्तेमाल न करें, जो हानिकारक साबित हो सकता है।
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