बदायूं: दूध के 12 हजार रुपये की उधारी के लिए की थी दूधिया की हत्या, दो गिरफ्तार, एक फरार

Amrit Vichar Network
Published By Preeti Kohli
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बदायूं, अमृत विचार: सहसवान कोतवाली क्षेत्र में विवाद के दौरान एक दूधिया की गोली लगने से मौत हो गई थी। तहरीर पर तीन आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई। पुलिस ने आरोपी दो भाइयों को गिरफ्तार कर लिया। उनकी निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त तमंचे बरामद किए। आरोपियों ने दूध के 12 हजार रुपये उधारी के चलते दूधिया की गोली मारकर हत्या की थी। तीसरा आरोपी फरार है। उसकी तलाश की जा रही है।

कोतवाली सहसवान क्षेत्र में 23 अप्रैल की सुबह सिठौलिया पुख्ता निवासी दूधिया वीरेश यादव की गोली लगने से मौत हो गई थी। मृतक की पत्नी विनीता की तहरीर पर तीन लोग जिला संभल के थाना गुन्नौर क्षेत्र के गांव अकबरपुर निवासी दो भाई हरवेश कुमार उर्फ हर्ष यादव, अवधेश पुत्र रामौतार सिंह और सचिन के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई थी।

पुलिस ने आरोपियों की तलाश की थी। पुलिस की दो टीमें बनाई गई थीं। शुक्रवार को सहसवान पुलिस ने आरोपी अवधेश और हरवेश को गुन्नौर मार्ग पर अल हफीज स्कूल के पीछे बाग से गिरफ्तार कर लिया। उनकी निशानदेही पर दो तमंचे, नाल में फंसे एक-एक खोखा कारतूस फंसा और एक-एक जिंदा कारतूस मिला। 

पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वह दोनों भाई हरदत्तपुर में सेवा सदर नर्सिंग होम चलाते हैं। जिसका भवन किराए पर है। उनका दोस्त सचिन अलग नर्सिंग होम चलाता है। साथ ही वह उन दोनों के नर्सिंग होम पर भी काम करता है। वह तीनों मोहल्ला अकबराबाद में किराए पर कमरा लेकर रहते हैं।

वह वीरेश यादव से कई महीनों से दूध ले रहे थे। उनपर दूधिया के 12 हजार रुपये उधार हो गए थे। नर्सिंग होम सही न चलने की बात बताने पर भी वीरेश उनसे किसी भी स्थान पर रुपये मांगने लगता था और बदनामी करता था। जिसके चलते उन्होंने वीरेश को मारने की योजना बनाई थी। 

23 अप्रैल को वीरेश बाइक से दूध लेकर आ रहा था तो उन तीनों ने नट बाबा धार्मिक स्थल की ओर जाने वाले मार्ग पर वीरेश को रोका। अपनी-अपनी अंटी से तमंचे निकाले और वीरेश पर फायरिंग शुरू कर दी थी। एक गोली वीरेश के सिर में लगी। फिर तीनों आरोपी बाइक से सहसवान की ओर भाग गए। रास्ते में तमंचे तूबा फार्म हाउस के सामने खड़ी झाड़ी में फेंक दिए थे।

शुक्रवार को दोनों भाई जिले से बाहर जाने की तैयारी में थे कि पुलिस ने पकड़ लिया। आरोपी अवधेश पर पहले भी षड्यंत्र, दुष्कर्म और धमकाने के मामले में रिपोर्ट दर्ज हो चुकी है। गिरफ्तारी करने वाली टीम में प्रभारी निरीक्षक राजेंद्र बहादुर सिंह, वरिष्ठ उपनिरीक्षक सुरेंद्र सिंह, उपनिरीक्षक यशपाल सिंह व सिपाही दीपक कुमार, कुलदीप कुमार, विजय कुंडू, नितिन कुमार, रमन अत्री, गौरव कुमार रहे। 

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