यूपी के शाहजहांपुर में उतरे एयर फोर्स के लड़ाकू विमान, खराब मौसम में दिखा गंगा एक्सप्रेसवे पर वायु सेना का जलवा
लखनऊ, अमृत विचार। पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव लगातार बढ़ता ही जा रहा है। भारतीय वायुसेना (आईएएफ) ने शुक्रवार को दोपहर में उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले में गंगा एक्सप्रेसवे के साढ़े तीन किलोमीटर लंबे हिस्से पर अपना बहुप्रतीक्षित “लैंड एंड गो” (विमानों का आगमन और प्रस्थान) अभ्यास किया, जो देश की रक्षा तैयारियों के लिहाज से अहम है।
इस एक्सप्रेस वे की खासियत यह है कि यह लड़ाकू विमानों को दिन और रात दोनों समय में उड़ान भरने की सुविधा प्रदान करता है। अपनी इस अनूठी क्षमता के कारण यह देश में इस तरह की पहली हवाई पट्टी बन गई है। अब तक लखनऊ-आगरा और पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर इसी तरह की आपातकालीन लैंडिंग ड्रिल की जा चुकी है, लेकिन वे दिन के समय तक ही सीमित थीं। विभिन्न स्कूलों के बच्चे और कुछ स्थानीय लोग भी एक्सप्रेसवे पर विस्मयकारी उड़ान प्रदर्शनों को देखने के लिए एकत्र हुए।
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दरअसल, यूपी देश की रक्षा शक्ति का नया गढ़ बनता जा रहा है। इटावा, उन्नाव और सुलतानपुर में स्थित एक्सप्रेसवे पर भारतीय वायुसेना के विमान उतरते रहे हैं, लेकिन अब भारतीय वायुसेना ने शाहजहांपुर स्थित गंगा एक्सप्रेसवे पर लड़ाकू विमानों को उतारकर इतिहास रच दिया है। इससे पहले जारी किए गए बयान के अनुसार, इस परीक्षण में राफेल, एसयू-30 एमकेआई, मिराज-2000, मिग-29, जगुआर, सी-130जे सुपर हरक्यूलिस, एएन-32 और एमआई-17 वी5 हेलीकॉप्टर सहित भारतीय वायुसेना के कई विमान शामिल हुए। राज्य सरकार के अधिकारियों का मानना है कि अभ्यास की सफलता से यह भी पता चलेगा कि एक्सप्रेसवे आपात स्थिति के दौरान वैकल्पिक रनवे के रूप में काम कर सकता है, जिससे भारतीय वायुसेना का परिचालन संबंधी लचीलापन बढ़ेगा। इस एक्सप्रेसवे पर 250 से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, ताकि सुरक्षा और निगरानी को पुख्ता किया जा सके। इस कार्यवाही की निगरानी के लिए शीर्ष रक्षा और राज्य अधिकारी भी मौजूद थे।
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पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी ने शुक्रवार को बताया कि आज जलालाबाद क्षेत्र में बन रहे गंगा एक्सप्रेसवे पर यहां पीरु गांव के पास हवाई पट्टी बनाई गई है जिस पर आज एम 32, जगुआर, हरक्यूलिस, सुखोई, मिंग 29, तथा राफेल जैसे युद्धक विमानों ने अभ्यास किया है। उन्होंने बताया कि यह हवाई पट्टी साढ़े तीन किलोमीटर लंबी है तथा रविवार को इसका मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निरीक्षण भी किया था। इस हवाई पट्टी पर वायुसेना के लड़ाकू विमान दिन तथा रात में किसी भी समय उतर सकेंगे तथा लड़ाकू विमान अभ्यास भी कर सकेंगे।
उन्होंने बताया कि सुरक्षा की दृष्टि से यहां 250 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं जिससे आवागमन सुरक्षित होगा और किसी भी वारदात पर पुलिस तत्काल मौके पर पहुंच कर कार्रवाई करेगी। द्विवेदी ने बताया कि 40 किलोमीटर क्षेत्र में आज पंचायत तथा पशु विभाग के कर्मचारियों तथा पुलिस को मार्ग के किनारे तैनात किया गया ताकि वह जानवरों को सड़क तथा प्रतिबंधित क्षेत्र में ना आने दे। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि आज रात्रि में युद्धक विमानों का अभ्यास शाम 7:00 से 10:00 बजे तक होगा।
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इस दौरान बरेली इटावा मार्ग जलालाबाद से मदनपुर तक बंद रहेगा। लोगों को सलाह दी गई है कि वह वैकल्पिक मार्ग का चयन करके यात्रा करें। भाजपा के जिला महामंत्री अनिल गुप्ता ने बताया कि इस हवाई पट्टी के बनने से सैन्य बढ़त हासिल होगी। उन्होंने इसे शाहजहांपुर जिले के लिए ऐतिहासिक कार्य बताया है। गुरुकुल बर्ड स्कूल की प्रधानाचार्य पूजा यादव ने बताया कि वह अपने विद्यालय के बच्चों को आज युद्धक विमान दिखाने के लिए लेकर आई थीं। उन्होंने बताया कि छात्र-छात्राओं ने पहली बार युद्धक विमान देखा। कक्षा 10 की छात्रा कृतिका ने बताया कि उन्हें आज जगुआर तथा राफेल जैसे युद्धक विमानों को उड़ान भरता देखकर अलग तरह का अनुभव हुआ। उत्तर प्रदेश कैबिनेट ने सितंबर 2021 में मेरठ और प्रयागराज के बीच 594 किलोमीटर लंबे गंगा एक्सप्रेसवे के निर्माण को मंजूरी दी थी।
राज्य सरकार के अधिकारियों का मानना है कि अभ्यास की सफलता से यह भी पता चलेगा कि एक्सप्रेसवे आपात स्थिति के दौरान वैकल्पिक रनवे के रूप में काम कर सकता है, जिससे भारतीय वायुसेना का परिचालन संबंधी लचीलापन बढ़ेगा। इस एक्सप्रेसवे पर 250 से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, ताकि सुरक्षा और निगरानी को पुख्ता किया जा सके। इस कार्यवाही की निगरानी के लिए शीर्ष रक्षा और राज्य अधिकारी भी मौजूद थे। वायुसेना के इस शक्ति प्रदर्शन को देखने के लिए हजारों की संख्या में लोग मौजूद रहे।
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