देश में पहली बार गंगा एक्सप्रेसवे पर रात में भी लड़ाकू विमानों ने किया युद्धाभ्यास, राफेल-सुखोई व जगुआर की नाइट लैंडिंग

Amrit Vichar Network
Published By Deepak Mishra
On

शाहजहांपुर। पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत व पाकिस्तान के बीच जारी तनावपूर्ण हालात के दौरान भारतीय वायुसेना ने शुक्रवार को दो सत्रों में बड़ा युद्धाभ्यास किया। इसके तहत दिन में जलालाबाद के पीरू गांव के पास बनी 3.5 किमी लंबी हवाई पट्टी पर शौर्य प्रदर्शन के बाद राफेल, सुखोई, जगुआर, मिग-29 जैसे लड़ाकू विमानों की नाइट लैंडिंग-टेक ऑफ को सफलतापूर्वक पूरा कराया गया।

गंगा एक्सप्रेसवे की हवाई पट्टी पर वायुसेना के लड़ाकू और परिवहन विमानों ने ‘टच एंड गो’ लैंडिंग कर देश को यह भरोसा दिलाया कि किसी भी आपात स्थिति से निबटने के लिए सेना पूरी तरह तैयार है। एक्सप्रेसवे पर रात के रिहर्सल ने भारत की सामरिक शक्ति का प्रदर्शन किया। इसके साथ ही भारत भी एक्सप्रेसवे पर लड़ाकू विमानों की नाइट लैंडिंग कराने वाले चुनिंदा देशों के क्लब में शामिल हो गया है।

एक्सप्रेसवे पर नाइट लैंडिंग ड्रिल

दरअसल, देश में यह पहला मौका था, जब शाहजहांपुर में गंगा एक्सप्रेसवे पर बने एयरस्ट्रिप पर एयरफोर्स के लड़ाकू विमानों ने रात नौ बजे से नाइट लैंडिंग ड्रिल की। इसमें मिग-29, राफेल, सुखोई और जगुआर जैसे लड़ाकू विमान शामिल हुए। यह टच एंड गो ड्रिल थी। शु्क्रवार दोपहर को इससे पहले 15 लड़ाकू विमानों ने यहां लैंड एंड गो ड्रिल की थी। गंगा एक्सप्रेसवे पर 3.5 किलोमीटर लंबी हवाई पट्टी एयरफोर्स को इमरजेंसी की स्थिति में एक बेहतर लैंडिंग और टेक ऑफ स्थल देने के लिए तैयार की गई है।

शानदार रहा एयर शो

ऐतिहासिक एयर शो में राफेल, सुखोई-30 एमकेआई, मिग-29, मिराज-2000, जगुआर और सी-130 जे सुपर हरक्यूलिस जैसे अत्याधुनिक विमानों ने हिस्सा लिया। मौसम खराब होने के कारण यह प्रदर्शन निर्धारित समय से एक घंटे देर से पूर्वाह्न 11.30 बजे शुरू हुआ। आसमान में गर्जना करते विमान नजर आए तो मौजूद हजारों दर्शकों का रोमांच चरम पर पहुंच गया।

त्रिशूल एयरबेस से भरी उड़ान

बरेली के त्रिशूल एयरबेस से उड़ान भरने के बाद एयरफोर्स के विमान गंगा एक्सप्रेसवे की पट्टी पर उतरे। कार्यक्रम की शुरुआत एएन-32 की लैंडिंग से हुई, उसके बाद सुपर हरक्यूलिस विमान, और फिर एक के बाद एक कई लड़ाकू विमान पट्टी को छूते हुए गुजरे। साथ ही, एमआई-17 वी-5 हेलिकॉप्टर से सैनिकों ने रस्सियों के सहारे उतरने का अभ्यास कर युद्ध जैसी परिस्थितियों में अपनी तैयारी का प्रदर्शन किया।

गौरतलब है कि गंगा एक्सप्रेसवे, जो मेरठ से प्रयागराज तक 594 किमी लंबा होगा, के निर्माण कार्य का अंतिम चरण जारी है। इस एक्सप्रेसवे पर स्थित 3.5 किमी लंबी हवाई पट्टी को विशेष रूप से वायुसेना के विमानों की आपात लैंडिंग एवं टेकऑफ के लिए डिजाइन किया गया है। यह पट्टी राष्ट्रीय सुरक्षा और आपदा प्रबंधन के दृष्टिकोण से अत्यंत महत्त्वपूर्ण है। एयर शो के तहत रात 9 बजे से 10 बजे तक विशेष नाइट लैंडिंग शो भी आयोजित किया गया, जिसमें वायुसेना की रात्रिकालीन अभियान क्षमताओं का प्रदर्शन किया गया।

यह भी पढ़ेः गोवाः मंदिर में उत्सव के दौरान भगदड़, छह की मौत, कई घायल  

 

 

संबंधित समाचार