Kanpur अग्निकांड: मियां-बीवी थामे थे एक-दूजे का हाथ, बहनें लिपटी मिलीं, मौत का भयावह मंजर देख स्तब्ध रह गया हर कोई
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कानपुर, अमृत विचार। चमनगंज के प्रेमनगर में अग्निकांड का शिकार हुए मियां-बीवी और उनकी तीनों बेटियों की दम घुटने से मौत हुई और फिर उन्हें आग ने घेर लिया, जिससे पांचों लोग पूरी तरह जल गए। मियां-बीवी की लाश कमरे में मिली, जो एक-दूजे का हाथ थामे हुए थे, जबकि उनकी तीनों बेटियों के शव चौथी मंजिल पर मिले, जो डर के मारे एक-दूसरे के लिपटी थीं। वे छत की तरफ भाग कर जान बचाना चाहती थीं।
रविवार की रात चमनगंज की बहुमंजिली इमारत में आग लगने से पांच लोगों की मौत से हर कोई स्तब्ध है। दानिश (42) के साथ उनकी बीवी नाजमी सबा (42), बड़ी बेटी सारा (14), सिमरा (12) और सबसे छोटी बेटी इनाया 7 वर्ष की थी। बड़ी बेटी सारा हैडर्ड स्कूल में कक्षा 6 की छात्रा थी। इन सभी की मौत धुआं के गुबार में दम घुटने से हुई और फिर सभी लोग आग में पूरी तरह जल गए।
रात ढाई बजे जब आग की लपटें कम हुईं तो दमकल का जवान आक्सीजन मॉस्क लगाकर बिल्डिंग में दाखिल हुआ। तीसरी मंजिल के कमरे में टार्च की रोशनी मारी तो वह हक्का-बक्का रह गया।
वहां दानिश और उनकी बीवी नाजमी सबा एक-दूजे का हाथ पकड़े पड़े थे और उनकी मौत हो चुकी थी। दोनों के जले हुए शव बेड पर पड़े थे। अनुमान लगाया जा रहा है कि मियां-बीवी कमरे के बाहर नहीं निकल सके और धुआं के गुबार में बेहोश हो गए। बाद में उनकी जलकर मौत हो गई। सुबह करीब सवा पांच बजे तीनों बेटियों सारा, सिमरा और इनाया के शव चौथी मंजिल पर जीने के पास बरामद हुए, जो एक-दूसरे से लिपटी हुई थीं। माना जा रहा है कि डर के मारे तीनों ने एक-दूसरे को जकड़ रखा था।
पड़ोस की छत पर मिले खाली ज्वैलरी बाक्स
चमनगंज के प्रेम नगर में बिल्डिंग पूरी तरह आग से बर्बाद हो गई। एक ही परिवार के पांच लोगों की जान चली गई, लेकिन बिल्डिंग के पड़ोसी की छत पर ज्वैलरी का खाली डिब्बा मिला है, जिससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि ज्वैलरी पर किसी ने हाथ साफ कर दिया, जिसकी कीमत लाखों में हो सकती है।