Blackout: रात 9.30 बजे अंधेरे में डूबा कानपुर, लोगों ने स्वेच्छा से अपने घरों-दुकानों-कारखानों प्रतिष्ठानों की बत्ती बुझाई
कानपुर, अमृत विचार। भारत पाकिस्तान के बीच युद्ध की आशंकाओं के चलते हमलों से बचने के लिए बुधवार रात 9.30 से 10 बजे तक शहर में ब्लैकआउट रहा। लोगों ने स्वेच्छा से अपने घरों-दुकानों-कारखानों प्रतिष्ठानों की बत्ती बुझाकर एकता का संदेश दिया। कई जगह सड़कों पर चल रहे दो पहिया एवं चार पहिया वाहन जहां तहां रुक गए। परिवार के साथ जा रहे लोग भी अपने वाहन की लाइटें बंद कर सुरक्षित स्थानों पर किनारे खड़े हो गए।
बुधवार रात 9.30 बजे से रात 10 बजे 30 मिनट के लिए ब्लैकआउट किया गया। शाम से ही पुलिस ने लोगों को जागरूक करते हुए ब्लैक आउट का सहयोग करने को कहा। रात 9.30 बजे विभिन्न क्षेत्रों की 400 से अधिक मस्जिदों से ऐलान किया गया कि आप लोग अपने अपने घरों, दुकानों, प्रतिष्ठानों की लाइटें बंद कर लें। उसके बाद घनी आबादी में भी ब्लैकआउट हो गया। इसी प्रकार किदवई नगर, साकेत नगर, बारादेवी चौराहा, जूही लाल कालोनी, जूही सफेद कालोनी, यशोदा नगर, बर्रा, दबौली, गुजैनी व शहर के सभी स्थानों पर ब्लैकआउट रहा। इस दौरान कई स्थानों पर युवकों की टोलियां घरों से बाहर निकलीं और लोगों की दुकानें, कारखाने बंद कराए और मार्ग पर दौड़ रहे वाहनों को भी रोका।
शाम से ही बंद हो गईं दुकानें, प्रतिष्ठान
ब्लैकआउट का समय वैसे तो रात 9.30 बजे था लेकिन शहर की अधिकांश दुकानें, प्रतिष्ठान, कारखानों में शाम से ही ताला लग गया और लोग घर चले गए। रात 9.30 बजे के बाद आधे घंटे के लिए खाना पीना तो दूर लोग चाय को तरस गए।
