पीलीभीत: भारत-नेपाल सीमा से सटे इलाकों में होगी मदरसों की पड़ताल
पीलीभीत, अमृत विचार। भारत-नेपाल सीमा से सटे इलाकों में मदरसों की जांच पड़ताल की जाएगी। जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी की ओर से इस मामले में डीएम को पत्रावली सौंपी गई है। टीम गठित कर जल्द ही बॉर्डर क्षेत्र में मदरसों की पड़ताल की जाएगी। हालांकि विभागीय अफसरों का कहना है कि बार्डर क्षेत्र में 20 किमी के दायरे में कोई भी मदरसा संचालित नहीं है।
बहराइच और श्रावस्ती में भारत-नेपाल सीमा से लगे 10 किमी के दायरे में सरकारी जमीनों की जांच में अवैध रूप से संचालित मदरसों पर बड़े पैमाने पर कार्रवाई की गई है। शासन ने इस कार्रवाई के बाद भारत-नेपाल सीमा से सटे जनपदों में ऐसे मदरसों की जांच कर कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। ऐसे में अब स्थानीय स्तर पर सीमा क्षेत्र के आसपास मदरसों की जांच करने की तैयारी शुरू कर दी गई है। दरअसल पूरनपुर, कलीनगर और अमरिया तहसील के गांव भारत-नेपाल सीमा से सटे हुए हैं। ऐसे में कहीं यहां भी कोई अवैध मदरसा तो संचालित नहीं किया जा रहा है, जांच के दौरान इस सबकी पड़ताल की जाएगी।
इस मामले में जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी सुरेश कुमार मौर्या की ओर से मदरसों की जांच संबंधी पत्रावली तैयार कर डीएम को सौंपी गई है। उनके मुताबिक, डीएम द्वारा जांच गठित करने के बाद सीमा से सटे इलाकों में मदरसों की पड़ताल कराई जाएगी। हालांकि विभागीय अफसरों के मुताबिक करीब साल भर हुई जांच में 20 किमी के दायरे में कोई भी मदरसा संचालित होना नहीं पाया गया था। इस संबंध में जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी सुरेश कुमार मौर्या ने बताया कि मदरसों की जांच संबंधी पत्रावली तैयार की जा चुकी है। जिलाधिकारी द्वारा टीम गठित किए जाने के बाद सीमा से सटे इलाकों में मदरसों की पड़ताल की जाएगी।
ये भी पढ़ें - पीलीभीत: निगरानी के बीच फिर वन विभाग की आंखों से ओझल हुई लंगड़ाती बाघिन
