कन्नौज : तूफान से उखड़े कई पेड़, रात भर बिजली गुल, तीन की मौत
बुधवार रात 70-80 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चली हवाएं, बूंदाबांदी से गिरा तापमान
लाइनमैन की हड़ताल से दिन में भी देर से ठीक किये गये फाल्ट
कन्नौज : देर रात तूफान आया और धूल भरी हवाएं चलीं। करीब 70-80 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने से जिले भर में कई जगह पेड़ उखड़ने के साथ ही बिजली लाइनें व पोल टूट कर गिर गए। इससे जिले भर की बिजली बाधित हो गई। कई स्थानों पर तो रात भर बिजली नहीं आई। मौसम के बदलाव के साथ हुई बूंदाबांदी से तापमान में खासी गिरावट आ गई। इससे लोगों ने राहत भी महसूस की तो वहीं विभिन्न स्थानों पर दीवार गिरने व टीन लगने से दो महिलाओं समेत तीन लोगों की मौत हो गई।
जिले में बुधवार की देर रात आए तूफान व पानी से मौसम कई जगह परेशानी खड़ी हो गई। करीब 11 बजे से लगभग दो घंटे तक चले तूफान के साथ ही बूंदाबांदी भी हुई। इससे अधिकतम व न्यूनतम तापमान में खासी गिरावट दर्ज की गई। अगले दिन शुक्रवार को भी मौसम में बदलाव का असर दिखाई दिया। अधिकतम तापमान सामान्य से लगभग चार डिग्री सेल्सियस तक नीचे आ गया और ठंडी हवाएं भी चलती रहीं। उधर तूफान के कारण कहीं बिजली के तार तो कहीं पर पोल ही गिर गये। तेज हवा के चलते पेड़ उखड़कर तारों पर गिरने से फाल्ट हुए। जिला मुख्यालय पर अंडरग्राउंड केबिल पड़ी होने के बाद भी बिजली गुल रही।
खास बात तो यह रही कि शहर में रात के समय भी लाइनमैन का गैंग काम करता है इसके बाद भी बिजली के हुए फाल्ट को ठीक नहीं किया गया। यही हाल तिर्वा कस्बे का रहा। यहां पर भी अंडर ग्राउंड केबिल पड़ी है। यहां पर तो देर रात गुल हुई बिजली गुरुवार को 12 बजे के बाद ठीक हो सकी। इससे पता चलता है कि विभाग ने अंडर ग्राउंड केबिल डलवाने में पैसे की बरबादी की है। देहात क्षेत्र की बात करें तो जिला मुख्यालय से जुड़े मकरंदनगर, अकबरपुर सरायघाघ, मानपुर, जसपुरापुर, अनौगी, जसोदा पंप कैनाल, वेहरिन, मोचीपुर नेरा, ठठिया, कढेरा, तिर्वा, इंदरगढ़, बहादुरपुर, पुलिस लाइन चौधरियापुर समेत जिले के अधिकतर विद्युत उपकेंद्रों से संबंधित क्षेत्रों में फाल्ट आने से बिजली गुल हो गई।
पूरी रात बिजली न आने के संबंध में जब उपभोक्ता उपकेंद्र पर फोन लगाते रहे तो कहीं कर्मचारियों ने फोन रिसीव किये तो कहीं पर बंद कर रख लिये। रात में बिजली गुल होने के बाद सुवह जब विद्युत उपकेंद्र पर फोन लगाया गया तो बताया जाता रहा कि लाइनमैन क्षेत्र में फाल्ट खोज रहे हैं। इस के बाद कही गुरुवार को 10 बजे तो कहीं पर 12 बजे बिजली मिली। देर से फाल्ट ठीक होने के संबंध में जानकारी करने पर बताया गया कि लाइनमैन व एसएसओ हड़ताल पर होने से फाल्ट ठीक करने में लापरवाही बरती गई। इस संबंध में अधिशाषी अभियंता मगन सिंह का कहना है कि आंधी पानी से जिले में बिजली विभाग को खासा नुकसान हुआ है। अभी बैकल्पिक व्यवस्था के तहत बिजली दी गई है। फाल्टों को ठीक किया जा रहा है।
सौरिख में 150 पोल टूटे, 18 घंटे से विजली गुल

देर रात आंधी पानी आने से दर्जनों विद्युत पोल टूट गए। इससे पूरे क्षेत्र की बिजली गुल हो गई। गुरुवार को विभाग ने बिजली व्यवस्था ठीक करने का प्रयास किया लेकिन अधिक फाल्ट होने से सुधार में दिक्कत हुई।
बुधवार देर रात आंधी पानी आने से क्षेत्र में कई पेड़ उखड़ गए। इससे क्षेत्र में लगभग 150 विद्युत पोल टूट गए। इस के चलते पूरे क्षेत्र की विद्युत सप्लाई बाधित हो गई। एक साथ कई पोल टूटने से क्षेत्र की बिजली बहाल होने में कई दिन लग सकते हैं। बिजली न मिलने से उपभोक्ताओं को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि सुबह से ही विद्युत कर्मी लाइन दुरुस्त करने में जुटे हुए रहे। एचटी लाइन में भी कई जगह फाल्ट होने के कारण बिजली सप्लाई बाधित हो गई थी लेकिन सुबह कर्मचारी लाइन ठीक करने में जुट गए।
गुरुवार को सुबह करीव 10 बजे एचटी लाइन की मरम्मत कर बिजली घर तक लाइट चालू कर दी गई थी। नगर व देहात में कई विद्युत पोल टूटने से कर्मचारियों को लाइन दुरुस्त करने में काफी परेशानी हुई। जेई सुनील कुमार वर्मा ने बताया शाम तक नगर की सप्लाई शुरू कर दी जाएगी लेकिन ग्रामीण क्षेत्र की सप्लाई शुरू करने में थोड़ा समय लगेगा। कस्बा के संजय नगर में विद्युत पोल टूटने व तिर्वा रोड पर विद्युत पोल पर पेड़ गिरने से विद्युत पोल सहित लाइन क्षतिग्रस्त हो गई। वहीं दरवाजे पर खड़ी एक कर भी क्षतिग्रस्त हो गई। इसी तरह बहादुरपुर में एक पीपल का पेड़ गिरने से विद्युत लाइन, पोल व रघुराज सिंह चौहान का मकान भी क्षतिग्रस्त हुआ। इसी तरह पूरे क्षेत्र में कई जगह पेड़ गिरने से लोगों को नुकसान का सामना उठाना पड़ा। आंधी से सबसे अधिक नुकसान विद्युत विभाग को ही हुआ।
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