शाहजहांपुर: पुलिस के लिए चुनौती बने साइबर ठग...ताबड़तोड़ घटनाओं ने उड़ाए होश

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Published By Monis Khan
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शाहजहांपुर, अमृत विचार। जिले में साइबर ठग लगातार लोगों को चूना लगा रहे है और पुलिस इन पर विराम लगाने में नाकाम साबित हो रही है। तमाम प्रयासों के बाद भी साइबर ठग पुलिस के हत्थे नहीं लग पा रहे है। बीते दिनों ठगों ने प्रगतिशील किसान और होम्योपैथिक कंसल्टेंट को चूना लगा दिया। पुलिस इन घटनाओं का खुलासा करने का प्रयास कर रही है, लेकिन प्रयास सफल कब होगा यह बताने वाला कोई नहीं है। अधिकारियों के पास सिर्फ एक ही जवाब है कि केस की जांच जारी है।

जिले में साइबर ठगी के तमाम किस्से लगातार सामने आ रहे हैं। कभी लालच देकर तो कभी डरा धमका कर साइबर अपराधी लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं। चौक कोतवाली क्षेत्र निवासी महिला चिकित्सक को एक परिचित ने ट्रैवल वेबसाइट के बारे में जानकारी दी थी। इस पर रिव्यू करने पर भुगतान मिलने के बारे में बताया था। उन्होंने पहले तो इन्कार किया, लेकिन कई बार कहने पर वह इससे जुड़ गई थी। उनसे वर्चुअल वालेट बनाने के लिए कहा गया और रिव्यू देने की एवज में एडवांस कुछ धनराशि भी भेजी गई, जिसका उपयोग उन्होंने रिव्यू को लिखने में किया। इसके बाद अधिक रुपये लिखने व रुपये कमाने के लिए उनसे धनराशि जमा करने को कहा गया।

 जागरूक होने के बाद भी चिकित्सक ठगों को न नहीं कर सकीं। उनके कहने पर कुछ धनराशि जमा की तो बदले में 34 हजार रुपये उनके खाते में आ गए थे। इससे उन्हें लगा कि शायद ये लोग गलत नहीं हैं। इसके बाद उनसे समय-समय पर रुपयों की मांग की जाती रही। उन्होंने स्वजन व दोस्तों को बिना कुछ कारण बताए रुपये उधार लिए। बैंक खाते पर पर्सनल लोन भी ले लिया। इस तरह से दो माह के अंदर उनसे अलग-अलग तिथियों में 32 लाख 24 हजार 618 रुपये जमा करा लिए गए, लेकिन दूसरी ओर से कोई रिटर्न नहीं मिला। ठगी होने का अहसास होने पर उन्होंने प्राथमिकी पंजीकृत कराई थी। 

बंडा क्षेत्र के उदयपुर खखरा गांव निवासी राजीव कुमार भी साइबर ठग के हथकंडे में आसानी से फंस चुके हैं। बैंक आफ बड़ौदा में उनका खाता है। पांच नवंबर को मोहद्दीनपुर चौराहे के पास पीएसबी के एटीएम पर पांच हजार रुपये निकालने गए थे। मशीन में डेबिट कार्ड लगाने के बाद रुपये नहीं निकले लेकिन मोबाइल पर रुपये कटने का संदेश आ गया। मनोविश्लेषक मेडकल कालेज अगले दिन उन्होंने बैंक में शिकायत दर्ज कराई थी। आठ नवंबर को राजीव के पास एक वाट्सएप काल पहुंचीं। काल करने वाले ने खुद को
बैंक का अधिकारी बताया और ठगी कर ली।

यह भी हो चुके हैं ठगी का शिकार
जनवरी 2023 में भाजपा के जिला उपाध्यक्ष डॉ. हेमेंद्र वर्मा के बेटे तुषार चित्रांश से बर्गर किंग की फ्रेंचाइजी दिलाने के नाम पर 20 लाख रुपये की ऑनलाइन ठगी हुई थी। 16 जुलाई 2023 को डा. पवन अग्रवाल से सेना के 95 जवानों की जांच के नाम पर दो लाख 60 हजार की ठगी हो गई थी। 30 अक्टूबर को सदर क्षेत्र के गदियाना मोहल्ला निवासी शमीम हसन खां से पैथोलॉजी में डॉक्टर उपलब्ध कराने के नाम पर तीन लाख रुपये की ठगी हो गई थी। 16 जुलाई को रामचंद्र मिशन क्षेत्र के मिश्रीपुर गांव निवासी ज्ञान बाबू से आयकर विभाग में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी हुई। 17 दिसंबर को सपा के पूर्व प्रदेश सचिव एवं व्यापारी नेता हरभजन सिंह दुआ के बेटे हनप्रीत सिंह दुआ से हॉलीडे पैकेज के नाम पर धोखाधड़ी की गई।

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