लखनऊ : तीन भाई समेत छह हत्यारोपी की तलाश, 25-25 हजार का इनाम
मदेयगंज व रायबरेली पुलिस आरोपी की तलाश में दे रही हैं दबिशें, षडयंत्र में शामिल तीन आरोपी जा चुके हैं जेल, मुख्य आरोपी ने किया था समर्पण
लखनऊ, अमृत विचार : रायबरेली निवासी सिक्योरिटी गार्ड साबिर (35) हत्याकांड में फरार तीन भाइयों समेत छह आरोपियों पर मदेयगंज पुलिस ने 25-25 हजार का इनाम घोषित कर दिया है। पुलिस जेल गए मुख्य आरोपी मुन्ना घोसी के बेटों शादाब, सैमी उर्फ अबुल फजल, तैमीर, कार चालक अनिल सोनकर व नसीम, खुर्शीद की तलाश में छापेमारी कर रही है। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए मदेयगंज पुलिस के साथ ही रायबरेली पुलिस को भी लगाया गया है।
डीसीपी मध्य आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि 27 जून की रात खदरा के शिवनगर इलाके में साबिर की हत्या में सबसे पहले सईद को पकड़ा गया। उसके बयान के बाद पुलिस ने बुधवार को शबाना व मो. राशिद उर्फ शाबान को दबोचा। इसी दौरान मुख्य आरोपी मुन्ना घोसी ने बुधवार सुबह बुर्का पहनकर पुलिस को चकमा देकर कोर्ट में समर्पण कर दिया था। 2017 में रायबरेली में मुन्ना के बेटे पप्पू की हत्या में साबिर जेल गया था। साबिर व राशिद की दोस्ती जेल मे हुई थी। साबिर के जेल से छूटने के बाद मुन्ना घोषी और उसका परिवार बेटे की हत्या का बदला लेने की साजिश में लग गया। राशिद और नसीम साथ काम करने लगे थे। इसी दौरान नसीम ने मुन्ना घोसी व शादाब के कहने पर राशिद से बोला था कि साबिर तुम्हारा दोस्त है, तुम उससे हमारी बात करवा दो।
सिर्फ पूछना है कि पप्पू को किसने मारा था और मुख्य लडाई किसके साथ हुई थी। अगर साबिर सब बता देगा तो उसका केस हम खुद खत्म करवा देंगे। राशिद ने यह साबिर को बतायी, लेकिन उसने मना कर दिया। डीसीपी ने बताया कि नसीम ने राशिद की मुलाकात मुन्ना, उसकी पत्नी शबाना व बेटों से घर पर करायी। वहां दंपति ने कहा कि बेटे की हत्या का बदला लेना है। अगर साबिर को तुम लेकर आओगे तो 4 लाख देंगे। यही नहीं 10 हजार रुपये भी दिए। इस बार राशिद ने साबिर को अपनी बातों में फंसाया और लखनऊ बुलाकर मदेयगंज में सईद के घर लेकर गया। वहां सभी आरोपियों ने मिलकर चापड़, फावड़े, हथौड़ी से ताबड़तोड़ वार कर उसकी हत्या कर दी थी।
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