हरिद्वार: मनसा देवी मंदिर मार्ग पर भगदड़ से मची हाहाकर, छह श्रद्धालुओं की मौत, घायलों से मिलेधामी
हरिद्वार/देहरादून। उत्तराखंड के हरिद्वार में मनसा देवी मंदिर परिसर में रविवार को भगदड़ मच जाने से छह श्रद्धालुओं की मौत हो गयी तथा 29 अन्य घायल हो गए। अधिकारियों यह जानकारी दी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तथा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है। धामी ने घटना की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए और मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की भी घोषणा की है।
घायलों से मिले धामी
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हरिद्वार के जिला अस्पताल का दौरा किया और मनसा देवी मंदिर में हुई भगदड़ में घायल हुए लोगों से मुलाकात की। सीएम धामी ने कहा, "सभी घायलों को ठीक प्रकार से इलाज मिले ये हमारी प्राथमिकता है। सभी अधिकारी राहत बचाव के काम में लगे हुए हैं। हमारा प्रयास है कि घायल जल्दी से जल्दी स्वस्थ हों, उनको अच्छा उपचार मिले। उनको उनके घरों तक छोड़ा जाए।"
हरिद्वार के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेंद्र डोभाल ने बताया कि सुबह नौ बजे भगदड़ की सूचना मिलने पर तत्काल पुलिस व अन्य बचाव दल मौके पर पहुंचे तथा बचाव एवं राहत अभियान शुरू किया। उन्होंने बताया कि करीब 35 श्रद्धालुओं को अस्पताल में भर्ती कराया गया जिनमें से छह श्रद्धालुओं की मौत की पुष्टि हो गई है। डोभाल ने बताया कि अन्य लोगों का उपचार किया जा रहा है जिनमें से कुछ की गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें उच्च स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया है ।
उन्होंने बताया कि मंदिर से करीब 100 मीटर नीचे सीढ़ियों के पास अचानक बिजली के करंट की अफवाह फैल गयी और प्रथम दृष्टया प्रतीत होता है कि संभवत: इसी वजह से भगदड़ हुई। हालांकि, उन्होंने घटना की विस्तृत जांच की बात कही है।
इनकी हुई मौत
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (एसईओसी) से मिली जानकारी के अनुसार, हादसे का शिकार हुए श्रद्धालु उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार, हरियाणा तथा दिल्ली के निवासी हैं। एसईओसी के अनुसार मृतकों की पहचान उत्तर प्रदेश के बरेली निवासी आरुष (12), बिहार के अररिया के निवासी शकल देव (18), उत्तर प्रदेश के रामपुर निवासी विक्की सैनी (18), उत्तराखंड के काशीपुर निवासी विपिन सैनी (18), उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले के वकील सिंह और उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले की शांति के रूप में हुई है। इसने सिंह और शांति के उम्र नहीं बताई।
घटनास्थल पर मिले बिजली के कई टूटे तार
सावन का महीना होने की वजह से मनसा देवी मंदिर में इन दिनों भारी भीड़ उमड़ी रही है और जिस समय घटना हुई संकरे सीढ़ी मार्ग से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु लगातार मंदिर की ओर जा रहे थे। हरिद्वार के जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने बताया कि घटनास्थल पर बिजली के कई तार टूटे मिले हैं जिससे प्रतीत होता है कि भीड़ की वजह से खुद लोगों ने तार पकड़ कर ऊपर चढ़ने की कोशिश की होगी।
प्रदेश के आपदा प्रबंधन सचिव विनोद कुमार सुमन ने बताया कि हादसे में पांच लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं जिन्हें बेहतर उपचार के लिए ऋषिकेश स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) रेफर कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि मनसा देवी में हुई घटना की जानकारी के लिए राज्य सरकार ने हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं।
एक सोशल मीडिया पोस्ट में मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार दुख की इस घड़ी में शोक संतप्त परिवारों के साथ पूरी मजबूती से खड़ी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि घटना में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये तथा घायलों को 50-50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पीड़ित परिवारों को हर संभव सहायता उपलब्ध कराने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं। धामी ने हरिद्वार के जिलाधिकारी को घटना की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिया और कहा कि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए भीड़ प्रबंधन व सुरक्षा व्यवस्थाओं की गहन समीक्षा की जा रही है।
प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘उत्तराखंड के हरिद्वार में मनसा देवी मंदिर जाने के मार्ग पर भगदड़ मचने के कारण लोगों की मौत से बहुत दुखी हूं। जिन लोगों ने अपने प्रियजनों को खोया है, मैं उनके प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। स्थानीय प्रशासन पीड़ितों की सहायता कर रहा है।’’
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