आया सावन झूम के में बाबा आजमी की फिल्म मी रक्सम की स्क्रीनिंग
लखनऊ, अमृत विचार। कैसरबाग स्थित सनतकदा में चल रहे कार्यक्रम सावन आया झूम के में रविवार को बाबा आजमी की फिल्म मी रक्सम की स्क्रीनिंग की गई। आया सावन झूम के का आयोजन सनतकदा, लखनऊ बायोस्कोप और नेमतखाना ने संयुक्त रूप से किया है।
रिमझिम बारिश के बीच कार्यक्रम आया सावन झूम के की शुरुआत बाबा आज़मी की फिल्म “मी रक़्सम” की स्क्रीनिंग से हुई। तेज़ बारिश के बावजूद लोग फिल्म देखने पहुंचे। बाबा आजमी ने अपने गांव मिजवां में यह फिल्म शूट की है। फिल्म एक मुस्लिम लड़की मरियम की कहानी पर आधारित है जो भरतनाट्यम नृत्यांगना बनना चाहती है, लेकिन अपने धार्मिक रीति-रिवाज़ों के कारण उसे कई मुश्किलों का सामना करना पड़ता है।
तमाम आर्थिक, जज़्बाती और सामाजिक परेशानियां आने के बाद भी वह अपना सपना पूरा करने के लिए डटी रहती है। फिल्म का मुख्य संदेश यही था कि कला किसी जाति या धर्म की मोहताज़ नहीं, यह सबके लिए है।
फिल्म के बाद बाबा आज़मी, मुख्य अभिनेत्री अदिति सुबेदी और आंचल कपूर ने दर्शकों से ऑनलाइन बातचीत की और अपनी शूटिंग के अनुभव साझा किए। बाबा आज़मी ने बताया कि यह फिल्म उनके पिता और मशहूर शायर कैफ़ी आज़मी को समर्पित है। उन्होंने वह लम्हा भी साझा किया जब उनकी बहन शबाना आज़मी ने मिजवां में शूटिंग की मुश्किलें पूछी थीं, लेकिन बाबा आज़मी ने दिल की आवाज़ सुनी और फिल्म बना डाली। इस फिल्म में गंगा-जमुनी तहज़ीब का संदेश नज़र आया है।
शाम 6 बजे से आरजे ताशी और शादाब जावेद ने हमक़लाम - शायरी की रूह की यात्रा पेश की। दोनों ने उर्दू शायरी को शानदार ढंग से समझाया और दर्शकों को कुछ खास शायरों मिर्ज़ा ग़ालिब, फैज़ अहमद फैज़ और मीर तकी मीर की शायरी से रूबरू कराया।
