मेकअप हुआ पुराना, मेकओवर का है जमाना... न्यूड मेकअप के जरिए प्राकृतिक सौंदर्य को निखारने की बढ़ी चाहत 

Amrit Vichar Network
Published By Muskan Dixit
On

बरेलीः बीते दो दशक में शादी समारोह की साज-सज्जा और पहनावे में जिस तेजी से बदलाव आया है, उसी तरह महिलाओं के मेकअप में भी बदलाव आया है। पहले दुल्हन बनने के लिए युवतियां चमक-धमक भरे मेकअप को तवज्जो देती थीं, लेकिन अब उन्हें न्यूड मेकअप यानि नेचुरल लुक ज्यादा भा रहा है। पहले सुंदरका दिखाने के लिए मेकअप होता था, अब सौंदर्य निखारने के लिए मेकओवर हो रहा है। पहले के मुकाबले युवतियां अब त्वचा की अधिक केयर कर रही हैं, ताकि केवल शादी या समारोह में ही नहीं, हर मौके पर त्वचा सुंदर दिखे। शादी से छह माह पहले ही प्री-वेडिंग फेशियल इसीलिए शुरू कर देती हैं। बीस साल पहले दुल्हन पर कई तरह के प्रयोग किए जाते थे, चेहरे पर अत्याधिक रंगों का इस्तेमाल किया जाता था। जितना भारी लहंगा होता था, मेकअप भी उसी तरह किया जाता था। लेकिन अब भारी लहंगे पर भी नेचुरल मेकअप का जोर है। त्वचा पर विशेष ध्यान दिए जाने के कारण अब पार्लर जाना मेकअप नहीं मेकओवर कहलाता है।

पहले महिलाएं केवल शादियों के मौके पर ही फेशियल व अन्य ट्रीटमेंट लेती थीं, स्किन ट्रीटमेंट के लिए घरेलू उत्पादों पर भरोसा करती थीं। अब फेशियल को लेकर जागरूकता आई है, इसके प्रोडक्ट भी बाजार में बेहतर आ चुके हैं। आज शादी से पहले प्री वेडिंग शूट, हल्दी, मेहंदी, कॉकटेल या बैचलर्स पार्टी,सगाई, शादी, रिसेप्शन, पोस्ट वेडिंग शूट जैसे हर इवेंट के लिए मेकअप की अलग-अलग मांग है।

स्किन केयर के लिए हर्बल प्रोडक्ट की मांग

स्किन केयर के लिए हर्बल प्रोडक्ट बेहतर रहते हैं, हालांकि मेकअप में हर्बल प्रोडक्ट लंबा नहीं टिकते विशेषज्ञ बताते हैं मेकअप के प्रोडक्ट से अधिक जरूरी है क्रियेटिविटी होना।

गजरा गायब, अब चलन में आर्टिफिशियल फूल 

फिल्मी सितारों की शादी में अत्यधिक हल्के मेकअप का इस्तेमाल नजर आने के बाद सॉफ्ट मेकअप का दौर चल पड़ा
है। युवतियां मेकअप, कपड़ों और गहनों में हल्केपन को प्राथमिकता देने लगी हैं। पहले मेकअप का अभिन्न अंग गजरा आज गायब हो चुका है। इसकी जगह आर्टिफिशियल फूल चलन में हैं। ये लगाने में आसान हैं, कम पिनों का
इस्तेमाल होता है। पहले मांग टीका चलता था, अब शीशपट्टी चलती है।

चेहरे की रंगत वही रहे, निखर उठें नयन-नक्श 

पहले मेकअप के बाद चेहरे की रंगत बदल जाती थी, लेकिन अब महिलाएं चाहती हैं कि रंगत वही रहे नयन-नक्श निखरें। इसके लिए  लेजर ट्रीटमेंट लेने से भी पीछे नहीं हटतीं। अब लड़के भी शादी से पहले और सामान्य तौर पर फेशियल कराते हैं। पहले पार्लर केवल महिलाओं के लिए होते थे, लेकिन अब सैलून दोनों के लिए हैं।

फिल्मी सितारों के ट्रेंड बदलने से लोगों की पसंद भी बदल गयी है। महिलाएं मेकअप, ज्वेलरी और कपड़े सब हल्का पसंद कर रही हैं।
- हर्ष, मेकअप आर्टिस्ट


पहले मेकअप में काफी प्रयोग होते थे, अब ग्राहक के ऊपर क्या अच्छा लगेगा, इसका विशेष ध्यान रखा जाता है।
- रिचा, मेकअप आर्टिस्ट

पहले उत्पादों की ज्यादा जानकारी नहीं थी। केवल सुंदर दिखाने की कोशिश होती थी, अब सौंदर्य निखारना प्राथमिकता रहती है।
- नेहा, मेकअप आर्टिस्ट

लेखिका : शब्या सिंह तोमर, बरेली

यह भी पढ़ेंः CM योगी का विजन: गाय से यूपी बनेगा वन ट्रिलियन इकोनॉमी... एक गाय के गोबर से 5500 किलोमी

संबंधित समाचार