Car Care: कार रहेगी हमेशा फिट, फॉलो करें ये आसान टिप्स
Car Care: किसी भी वाहन के इंजन को उसका दिल कहा जाता है। इंजन ही वाहन की रफ्तार को पॉवर देता है। ऐसे में वाहन सही तरीके से चले, इसलिए इंजन की नियमित रूप से फिटनेस जांच करानी चाहिए।
1- हर 1500 किमी पर ऑयल का लेवल और रंग चेक करते रहना चाहिए। काला या गाढ़ा ऑयल बदलवाना सही फैसला है।
2- बेहतर परफॉर्मेंस और इंजन में सही एयर फ्लो सुनिश्चित करने के लिए हर 5000 किमी में एयर फिल्टर चेक कराएं। गंदा फिल्टर इंजन पर दबाव डालता है और माइलेज घटाता है।
3- रेडिएटर में कूलेंट और ब्रेक सिस्टम में ब्रेक ऑयल जरूरी होता है। इन्हें हर सर्विस या लंबी यात्रा से पहले जरूर चेक कर लें।
4- बरसात में सबसे ज्यादा काम वाइपर्स करते हैं। मॉनसून खत्म होते ही देखें कि वाइपर्स सही से काम कर रहे हैं या नहीं। अगर रबर ब्लेड घिस गए हों या फट गए हैं, तो तुरंत बदलें।
5- जलभराव या बारिश का पानी ब्रेक पैड्स पर बुरा असर डाल सकते हैं। इसलिए मॉनसून के बाद कार की सर्विस में ब्रेक पैड्स और ब्रेक सिस्टम की अच्छी तरह जांच करने को कहें।
6- स्पंजी या हल्की ब्रेक पैडल जैसे चेतावनी संकेतों पर ध्यान देना जरूरी है। कम ब्रेकिंग पावर और ब्रेक फेल से बचने के लिए ब्रेक सिस्टम रखरखाव महत्वपूर्ण है।
7-सस्पेंशन वाहन का महत्वपूर्ण हिस्सा है जो इसे स्थिर रखता है, ताकि यह असमान सड़कों को संभाल सके। सस्पेंशन के निरीक्षण में शोर, राइड कंफर्ट और टायर की घिसावट को देखना चाहिए।
8- सड़क पर सुरक्षित तरीके से चलने के लिए उचित अलइनमेंट भी महत्वपूर्ण है।
9- कार सेकंड हैंड खरीदी है, तो इससे पहले कि बैटरी अपनी पावर स्टोर करने की क्षमता खो दे, समय रहते उसे बदलना जरूरी है।
10- कार में टायर भी एक अहम हिस्सा है। अगर टायर ज्यादा घिस गया है और उसका प्रेशर सही नहीं है तो कार को इसका नुकसान उठाना पड़ सकता है।
