बैंकिंग, फार्मा में बिकवाली से प्रमुख सूचकांकों में गिरावट, छोटी कंपनियों के सूचकांक हरे निशान पर हुए बंद
मुंबई। बैंकिंग और फार्मा कंपनियों में बिकवाली के दबाव में मंगलवार को प्रमुख सूचकांकों में गिरावट रही, हालांकि मझौली और छोटी कंपनियों के सूचकांक हरे निशान में बंद हुये। सुबह बढ़त से साथ खुलने और 400 अंक से अधिक चढ़ने के बावजूद दोपहर बाद दिग्गज कंपनियों में बिकवाली से सेंसेक्स 206.61 अंक (0.26 प्रतिशत) लुढ़ककर 80,157.88 अंक पर बंद हुआ। यह 155.60 अंक की बढ़त में 80,520.09 अंक पर खुला था। यह ऊपर 80,761.14 अंक तक और नीचे 80,008.50 अंक तक गया।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी-50 सूचकांक 45.45 अंक यानी 0.18 प्रतिशत टूटकर 24,579.60 अंक पर बंद हुआ। यह भी 27.95 अंक की तेजी के साथ 24,653 अंक पर खुला था। इसका उच्चतम स्तर 24,758.10 अंक और निचला स्तर 24,522.35 अंक रहा। सेंसेक्स की 30 में से 15 कंपनियों में गिरावट रही। महिंद्रा एंड महिंद्रा का शेयर सबसे अधिक 2.45 प्रतिशत, एशियन पेंट्स का 1.33, कोटक महिंद्रा बैंक का 1.28 और आईसीआईसीआई बैंक का 1.15 प्रतिशत लुढ़क गया।
टाटा मोटर्स, एलएंडटी, ट्रेंट, अल्ट्राटेक सीमेंट, एचडीएफसी बैंक, एक्सिस बैंक और भारती एयरटेल के शेयर भी टूट गये। पावर ग्रिड में सबसे ज्यादा 2.43 प्रतिशत की तेजी रही। एनटीपीसी में 1.60 प्रतिशत, टाटा स्टील में 1.44, हिंदुस्तान यूनीलिवर में 1.09 और रिलायंस इंडस्ट्रीज में 0.92 प्रतिशत की बढ़त रही। बीईएल, बजाज फिनसर्व, टेक महिंद्रा, इटरनल, आईटीसी और सनफार्मा के शेयर भी मजबूती के साथ बंद हुये।
मझौली और छोटी कंपनियों में लिवाली से निफ्टी मिडकैप-50 सूचकांक 0.22 प्रतिशत और स्मॉलकैप-100 सूचकांक 0.53 प्रतिशत चढ़ गया। वित्तीय, बैंकिंग, ऑटो, फार्मा और स्वास्थ्य क्षेत्र के सूचकांकों में गिरावट रही जबकि एफएमसीजी, तेल एवं गैस, रियलिटी, टिकाऊ उपभोक्ता उत्पाद और धातु सेक्टरों में निवेशकों ने विश्वास दिखाया।
विदेशों में ज्यादातर शेयर बाजारों में गिरावट का रुख रहा। एशिया में चीन का शंघाई कंपोजिट 0.45 प्रतिशत और हांगकांग का हैंगसेंग 0.47 प्रतिशत नीचे बंद हुआ। जापान का निक्केई सूचकांक 0.29 प्रतिशत चढ़ा। यूरोपीय बाजारों में शुरुआती कारोबार में जर्मनी का डैक्स 1.24 फीसदी और ब्रिटेन का एफटीएसई 0.33 फीसदी उतर चुका था।
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