लैब में डॉक्टर न टेक्निशियन, मरीजों को करते थे गुमराह... CMO ऑफिस के 500 मीटर में चलते मिले चार अवैध पैथोलॉजी सेंटर सील

Amrit Vichar Network
Published By Anjali Singh
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अयोध्या, अमृत विचार : दर्शननगर स्थित मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय के 500 मीटर के दायरे में संचालित चार अवैध पैथोलॉजी सेंटरों को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने शनिवार को सील कर दिया। किसी में भी डॉक्टर और लैब टेक्निशियन नहीं था। कोई भी संचालक वैध पंजीकरण नहीं दिखा सका। अधिकारियों की मानें तो चारों अवैध सेंटर शुगर, थायरॉइड व अन्य जांचों के नाम पर मरीजों से मोटी रकम वसूलते थे।

गुरुवार को रिकाबगंज क्षेत्र की चर्चित लाल पैथ लैब की मुख्य शाखा में बड़ी खामियां मिलने के बाद सीएमओ डॉ. सुशील कुमार बानियान ने सख्ती दिखाई। उनके निर्देश पर तत्काल जांच कमेटी गठित की गई। एसीएमओ डॉ. आशुतोष श्रीवास्तव की अध्यक्षता में गठित टीम ने सबसे पहले िनकटतम की लैबों पर छापेमारी की। डॉ. आशुतोष ने बताया कि कुल सात पैथोलॉजी का निरीक्षण किया गया। टीम ने सबसे पहले सीएमओ ऑफिस की तरफ मुड़ने वाले मार्ग पर स्थित दो पैथ लैब पर भी कार्रवाई की। यहां मां डायग्नोस्टिक सेंटर और ग्लोबल पैथोलॉजी को सील किया गया। 

लिपिक शशिकांत तिवारी की मानें तो लैब में ब्लड के सैंपल असुरक्षित तरीके से बिखरे पड़े थे। इसके बाद टीम मेडिकल कॉलेज के सामने पहुंची। यहां ओम मेडिकल स्टोर एवं पैथोलॉजी में जांच की गई। टीम के सदस्यों की मानें तो यहां भी डॉक्टर और लैब टेक्निशियन नहीं थे। मेडिकल स्टोर के अंदर ही पैथोलॉजी सेंटर चलाया जा रहा था। पंजीकरण नहीं दिखा सके। लैब को तत्काल प्रभाव से सील कर दिया गया। वहीं पास की स्कंद पैथोलॉजी का भी यही हाल रहा। वहां भी कार्रवाई की गई है। इन सभी लैब पैथोलॉजी व डायग्नोस्टिक सेंटरों के संचालकों को निर्देशित किया गया है कि सील के साथ किसी प्रकार से कोई नुकसान न किया जाए। अन्यथा विधिक कार्रवाई की जाएगी।

कोई बोला, दो दिन तो कोई कहा डेढ़ माह पहले खोली लैब

स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जब अवैध पैथोलॉजी सेंटरों पर कार्रवाई करनी शुरू की तो हड़कंप मच गया। खास तौर से मेडिकल कॉलेज के सामने संचालित होने वाले लैबों के संचालक घबरा गए। एसीएमओ डॉ.आशुतोष श्रीवास्तव ने बताया कि सील किए गए लैब संचालकों से जब पूछा गया कि वे कितने दिनों से इसे चला रहे हैं तो किसी ने कहा कि साहब डेढ़ माह पहले ही लैब खोली है। कई ने तो यहां तक कहा कि सर दो दिन पहले ही लैब संचालित किए हैं। अब कागजात तैयार करा रहे हैं।

मेडिकल कॉलेज के पास लगाए मुखबिर

सीएमओ ऑफिस से मिली जानकारी के मुताबिक अवैध रूप से संचालित लैब की शिकायत काफी दिनों से आ रही थीं, लेकिन अभी तक कोई लिखित में नहीं आई थी। रिकाबगंज स्थित लाल पैथ लैब पर हुई कार्रवाई के बाद स्वास्थ्य विभाग एक्शन में आया और कार्रवाई शुरू कर दी। सूत्र बताते हैं कि सीएमओ ऑफिस की तरफ से कई मुखबिर मेडिकल कॉलेज के पास लगा दिए गए हैं, ताकि वे यह पता लगा सकें कि सील की गई लैबों में कहीं दोबारा से जांचें तो नहीं शुरू कर दी गईं। सीएमओ डॉ. सुशील कुमार बानियान ने बताया कि अब तो कार्रवाई और तेज की जाएगी। पैथोलॉजी वाले पुलिस अधीक्षक को ही गलत रिपोर्ट दे रहे हैं। इसलिए अभियान शुरू कर दिया गया है। अब रोजाना टीमें निकलकर छापेमारी करेंगी।

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