कानपुर : डॉ. शाहीन बोली- जबरन नहीं करा सकते लाई डिटेक्टर टेस्ट, मैं हाई एजुकेटेड और कई देशों में घूमी हूं...
कानपुर, अमृत विचार। दिल्ली विस्फोट में आरोपी डॉ. शाहीन अब सुरक्षा एजेंसियों के पूछताछ में तीखा जवाब देना शुरू कर दिया है। लाई डिटेक्टर टेस्ट कराने व जानकारी हासिल करने की बात पर उसने सख्त लहजे में जवाब दिया। एजेंसी के सूत्रों के अनुसार उसने कहा कि जबरन लाई डिटेक्टर टेस्ट की अनुमति किसी देश का कानून नहीं देता है।
इससे पहले भी वह भड़क चुकी है, जब एनआईए और एटीएस उसे कानपुर लाई और उन नौ लड़कियों से सामना कराया, जो उसके चंगुल से भागी थी। उन लड़कियों को देखकर वह घबरा गई थी और गुस्से में मानिसक संतुलन बिगडने का बहाना किया था। सुरक्षा एजेंसियां इन दिनों डॉ. शाहीन को लेकर यूपी के जिलों में ले जाकर पूछताछ कर रही हैं।
सुरक्षा एजेंसियों के सूत्रों के अनुसार अब तक शाहीन एजेंसियों के सवालों के जवाब शांतचित से दे रही थी, अब वह उग्र होने लगी है। जांच टीम ने उससे लाई डिटेक्टर टेस्ट कराकर जानकारी हासिल करने की बात कही तो वह नाराज हो गई। उसने जवाब दिया कि मुझे आतंकी साबित नहीं कर सकते हैं। मैं हाई एजुकेटेड और कई देशों में घूमी हूं। किसी देश का कानून जबरन टेस्ट की इजाजत नहीं देता है।
सूत्रों के अनुसार शाहीन वह चिड़चिड़ाने लगी है। एजेंसियों की कार्रवाई का विरोध भी किया, कहा कि मुझे क्या समझ लिया है। वहीं जब सुरक्षा एजेंसी उसे कानपुर लाई और उन नौ युवतियों से सामना कराया, जो नेपाल के रास्ते टेरर कैंप ले जाई जा रही थी। लेकिन वह डॉ. शाहीन के चंगुल से भागकर कानपुर आ गई थी। लड़कियों को देखकर वह घबरा गई थी। उसने गुस्से में चिड़चिड़ाकर बात की।
एजेंसी के सूत्रों के अनुसार जो इलेक्ट्रॉनिक व फिजिकल साक्ष्य मिले वह शाहीन के आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से रिश्ता साबित कर रहे हैं। उसके झूठ लगातार पकड़े जाने से वह बौखलाहट में है। जबकि उसके खिलाफ तीन एजेंसियां लगातार साक्ष्य एकत्र करने में जुटी हैं।
संपर्कियों की लंबी सूची एजेंसी के पास
डॉ. शाहीन के लखनऊ से लेकर कानपुर और फिर उसके बाद कन्नौज व कई साल गुमनाम अवधि के उसके संपर्कियों की लंबी लिस्ट सुरक्षा एजेंसियों के पास है। इसी अवधि के शाहीन के मजबूत संबंध को एजेंसी टटोल रही है। एजेंसी सूत्रों के अनुसार शाहीन के कानपुर, लखनऊ, आजमगढ़, कन्नौज समेत आधा दर्जन जिलों में गतिविधि रही है। उसके रिश्ते आजतक वहां मजबूत हैं।
अब एजेंसी चिकित्सा सेवा से जुड़े विशेष समुदाय के लोगों को तलाश की जा रही है। एजेंसी के सूत्रों के अनुसार लंबी लिस्ट में हर व्यक्ति को टच करने में समय लगेगा। फिलहाल रिमांड पर शाहीन को लेकर पूछताछ की जा रही है। टीमें लगातार उन पुलिस अधिकारियों से भी संपर्क कर रही है जो सेवानिवृत्त हो चुके हैं और कानपुर में रहने के दौरान शाहीन के संपर्क में रहे।
नेताओं के मूवमेंट पर होती पैनी नजर
सुरक्षा एजेंसियों के सूत्रों के अनुसार लेडी विंग की पूछताछ में जो तथ्य सामने आए उनकी भी जांच की जा रही है। जैसे शाहीन का स्लीपर सेल यूपी के फायरब्रांड नेताओं की रेकी करता था। नेताओं के करीबियों को हनी ट्रैप में फंसाता और जानकारियां लेता। शाहीन और उसकी लेडी विंग उस हर स्थान पर जाती जहां बड़े नेताओं की सभाएं होती थीं। रेकी के बाद गतिविधि पर भी नजर रखती।
वीवीआईपी गतिविधि के दौरान मददगार स्लीपर सेल्स का काम होता था कि सुरक्षा में लगे लोगों को मैनेज करना। यूपी के तमाम जिलों में स्लीपर सेल्स का नेटवर्क है और नेटवर्क के संपर्क में ऐसे नाम सामने आए जो महत्वपूर्ण तो नहीं लेकिन लालच व हनी ट्रैप में फंसकर तमाम जानकारियां लीक की हैं। इस नेटवर्क वाले करीब 600 से ज्यादा लोगों की प्रदेश में जांच हो रही है।
