उत्तर प्रदेश में मदर ओरिएंटेशन को गति, अब मां बनेगी बच्चों की पहली शिक्षक

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Published By Deepak Mishra
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मदर ओरिएंटेशन कार्यक्रम को गति देने के लिए राज्यव्यापी ऑनलाइन कार्यक्रम का हुआ आयोजन

राज्य ब्यूरो/लखनऊ, अमृत विचार। प्रदेश में बालवाटिका शिक्षा को परिवार की सहभागिता से गति मिल रही है। मंगलवार को मदर ओरिएंटेशन राज्यव्यापी ऑनलाइन कार्यक्रम आयोजित हुआ। इसकी शुरुआत यूट्यूब सत्र से हुई, इसमें नोडल एसआरजी, नोडल शिक्षक संकुल, प्रधानाध्यापक, बालवाटिका नोडल अध्यापक, आंगनबाड़ी कार्यकत्री और बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग की सुपरवाइजरों ने सहभागिता की।

महानिदेशक स्कूल शिक्षा, मोनिका रानी ने मंगलवार को बताया कि बच्चे वहीं से सीखना शुरू करते हैं, जहां मां बोलना शुरू करती है और इसी भाव के साथ बालवाटिका शिक्षा में मातृभूमिका को केंद्र में रखकर मासिक मदर ओरिएंटेशन कार्यक्रमों को सशक्त किया जा रहा है।

राज्यभर के को-लोकेटेड आंगनबाड़ी केंद्रों में 3 से 6 वर्ष के बच्चों की प्रारंभिक सीख, भाषा-विकास, पोषण, व्यावहारिक आदतों और घर-आधारित गतिविधियों को परिवार की भागीदारी से व्यवस्थित किया जा रहा है। यह कार्यक्रम जुलाई 2025 से मार्च 2026 तक प्रदेशभर के सभी को-लोकेटेड आंगनबाड़ी केंद्रों में प्रतिमाह आयोजित किया जा रहा है।

उन्होंने बताया कि फाउंडेशनल स्टेज में सीखने की असमानताओं को कम करने और बच्चों को ''स्कूल-रेडी'' बनाने में परिवार की भूमिका निर्णायक है। अब यूपी की प्रारंभिक शिक्षा नीति केवल कक्षाकक्ष तक सीमित नहीं रहे, बल्कि घर और परिवार को भी सीख की यात्रा का सक्रिय सहभागी बना रही है।

महानिदेशक ने बताया कि सत्र में बालवाटिका और आंगनबाड़ी स्तर पर सीख के माहौल को प्रभावी बनाने और बच्चे की सीखने की प्रक्रिया में परिवार (विशेषकर मां) के सक्रिय रूप से सम्मिलित होने के बारे में विस्तार से बताया गया। उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण में मातृभाषा में संवाद, सरल कहानी-कथन, बातचीत, खेल-आधारित गतिविधियों के बारे में विस्तार से बताया गया। यह भी बताया गया कि बच्चों के साथ बिताया गया समय, फाउंडेशनल लर्निंग की सबसे मजबूत नींव रखते हैं।

मदर ओरिएंटेशन कार्यक्रम प्री-प्राइमरी शिक्षा की गुणवत्ता को परिवार की सहभागिता से जोड़ने का एक प्रभावी माध्यम है। बच्चे की शुरुआती सीख, पोषण और व्यवहार को दिशा देने में मां की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह पहल पूरे प्रदेश में अभिभावक-विद्यालय साझेदारी को नई मजबूती प्रदान करेगी... संदीप सिंह, बेसिक शिक्षा मंत्री उत्तर प्रदेश।

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