लखनऊ को मिली ऐतिहासिक सौगात: शहर का चौथा सबसे बड़ा पार्क 'राष्ट्र प्रेरणा स्थल' जनता को समर्पित
लखनऊ, अमृत विचार : राजधानी को विकास की दिशा देने वाले लखनऊ के पूर्व सांसद भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की 101वीं जयंती पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शहर के लोगों को राष्ट्र प्रेरणा स्थल की सौगात दी। क्रिसमस यानी बड़े दिन पर प्रधानमंत्री ने बसंतकुंज योजना में 65 एकड़ में बनाए गए शहर के चौथे बड़ा पार्क राष्ट्र प्रेरणा स्थल का लोकार्पण किया। पार्क में ब्राॅस की 65 फीट ऊंची पंडित दीनदयाल उपाध्याय, श्यामा प्रसाद मुखर्जी और अटल विहारी वाजपेयी की प्रतिमाएं लगाई गई हैं। रात में प्रोजेक्शन मैपिंग से रंग-बिरंगी लाइटों से प्रतिमाओं के कपड़ों का रंग बदलता है। पार्क को लोगों के देखने के लिए खोल दिया गया है। शहर में 300 एकड में बना जनेश्वर मिश्र पार्क, 108 एकड़ का अंबेडकर पार्क और 100 एकड़ में फैला लोहिया पार्क पहले से मौजूद है।
16.png)
लखनऊ विकास प्राधिकरण ने दिसंबर 2022 में राष्ट्र प्रेरणा स्थल का निर्माण शुरू कराया था। 230 करोड़ की लागत से तीन वर्ष में पार्क बनकर तैयार हो पाया। रूट पर होने के कारण सीतापुर, लखीमपुर खीरी, हरदोई व बाराबंकी के लोग भी पार्क का लाभ उठा सकेंगे। अब एलडीए प्रेरणा स्थल के संचालन, जनसभा व रैलियों की बुकिंग कराने की रूप रेखा तैयार करेगा। इसमें श्रेणी व किराया तय किया जाएगा। यहां शादी विवाह जैसे आयोजनों पर भी विचार किया जाएगा।
17.png)
लाइव देखें महान विभूतियों का जीवन प्रसंग चित्रण
प्रेरणा स्थल के 6300 वर्गमीटर में करीब 40 करोड़ से बना म्यूजियम सबसे खास है। इसमें पांच गैलरी हैं। एक में अटल बिहारी वाजपेयी, दूसरे में पंडित दीनदयाल उपाध्याय व तीसरे में डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के जीवन से जुड़े प्रेरणादायी प्रसंग एलईडी पर लाइव देख सकेंगे। इसके अलावा गैलरी में महान विभूतियों की फोटो, स्टोन म्यूरल्स के साथ ही डिजिटल पैनल पर लाइव ऑडियो-वीडियो विजुअल्स प्रदर्शित करके जन्म और शिक्षा से लेकर राजनीति तक का इतिहास बताता है। 12 इंटरप्रिटेशन वॉल बनाई गई हैं।
18.png)
सुनिए अटल जी की कविताएं और भाषण
प्रेरणा स्थल का म्यूजियम प्रत्येक वर्ग के लिए शिक्षाप्रद है। इसका भ्रमण करने पर अटल जी की कविताएं, लेख, भाषण प्ले-बैक सुनाई देता है। उनकी शिक्षा से लेकर प्रधानमंत्री बनने तक का सफर दर्शाया गया है। इसी तरह पंडित दीनदयाल की जीवन परिचय, दिया, प्रिंटिंग मशीन समेत सात सेड प्रदर्शित किए हैं। हर एक गैलरी में प्रवेश करने पर कमल, दिया और चक्र का मॉडल बनाया है। म्यूजियम पीपीपी मोड पर संचालित किया गया है।
प्रेरणा स्थल पर तीन हेलीपैड
डेढ़ लाख लोगों की क्षमता वाले प्रेरणा स्थल में तीन हेलीपैड भी बने हैं। जहां किसी तरह के आयोजन के दौरान कहीं अन्य जगह हेलीपैड बनाने की जरूरत नहीं है। प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री समेत अन्य मंत्री व वीवीआईपी के आने पर सीधे परिसर में उनका हेलीकॉप्टर उतरेगा। परिसर के बाहर पांच विशाल पार्किंग हैं। जहां हजारों बस, कार, बाइक आदि खड़ी की जा सकती है।
16.png)
ग्रीन कॉरिडोर से सीधे पहुंचे प्रेरणा स्थल
लखनऊ विकास प्राधिकरण के ग्रीन कॉरिडोर से बसंतकुंज पहुंचना बहुत आसान होगा। समय की बचत के साथ जाम नहीं लगेगा। इसके लिए कुड़िया घाट से समतामूलक तक नया रूट तैयार किया है। इसमें कुड़िया से हनुमान सेतु तक लगभग कार्य पूर्ण हो गया है और आगे चौड़ीकरण का कार्य चल रहा है। दूसरे चरण में निशातगंज से समतामूलक तक नया रूट तैयार हो गया है। निशातगंज और समतामूलक पर रोटरी का कार्य अंतिमचरण पर है। उम्मीद है कि इसी सप्ताह ग्रीन कॉरिडोर तैयार कर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह से लोकार्पण कराया जाएगा। ग्रीन कॉरिडोर बनने से समतामूलक से निशातगंज तक मात्र पांच मिनट में आना जाना होगा। जबकि समतामूलक से सीधे आईआईएम रोड तक 10 मिनट लगेंगे और आगे इसी ग्रीन कॉरिडोर से फर्राटा भरते हुए प्रेरणा स्थल पहुंचंगे।
प्रेरणा स्थल में ये खास
- 40 एकड़ में विशाल जनसभा स्थल
- दो ऊपर-नीचे बड़े स्टेज (मंच)
- ऊपर का स्टेज 47×15 नीचे का 21×45 मीटर
- आने-जाने के छह मुख्य गेट
- मेडिटेशन सेंटर व म्यूजिमय क्यूरेशन
- पाथ-वे व पांच टायलेट
- क्षमता 400 लोगों की क्षमता का योगा सेंटर
- चार लिफ्ट, एक हाईड्रोलिक लिफ्ट
- आठ वीआईपी और वीवीआईपी रूम
17.png)
म्यूजियम ब्लॉक में ये खास
- तीन हजार लोगों की क्षमता का थियेटर
- बड़ी एलईडी डिस्पले, दीवारों पर चित्र व जीवन परिचय
- महान विभूतियों की फोटो, स्टोन म्यूरल्स
- डिजिटल पैनल पर लाइव ऑडियो-वीडियो
- ग्रीन रूम, डायनिंग एरिया, वीआईपी लॉन
- गैलरी में कमल व चक्र का मॉडल
- गैलरी में भारत माता की प्रतिमा
